जबलपुर। जिले के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर अशोक साहू और आयुर्विज्ञान यूनिवर्सिटी की पूर्व परीक्षा नियंत्रक तृप्ति गुप्ता को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. यह आदेश डीन द्वारा जारी किए गए हैं. टर्मिनेट लेटर में लिखा गया है कि ईओडब्ल्यू की कार्रवाई और भ्रष्टाचार से जुड़े मामले पर दंपति की भूमिका थी. (jabalpur medical college action) (professor ashok sahu sacked) (ex controller of examinations trupti gupta also sacked) (charge of property in excess of income)
jabalpur Medical College प्रोफेसर अशोक साहू और पूर्व परीक्षा नियंत्रक तृप्ति नौकरी से बर्खास्त, जानिए क्या थी इसकी वजह - आय से अधिक सम्पत्ति का लगा था आरोप
जबलपुर के प्रख्यात नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में आपसी और विभागीय रंजिश इतनी बढ़ गई कि उसमें दो लोगों को नौकरी से बर्खास्त करना पड़ा. रंजिश चाहे जो हो लेकिन हटाने का कारण भ्रष्टाचार बताया गया है. दंपति, प्रोफेसर अशोक साहू और पूर्व परीक्षा नियंत्रक तृप्ति गुप्ता के ऊपर आय से अधिक संपत्ति होने का आरोप लगाया गया था. ईओडब्ल्यू की कार्रवाई में इस बात का खुलासा हुआ था. (jabalpur medical college action) (professor ashok sahu sacked) (ex controller of examinations trupti gupta also sacked)
आय से अधिक सम्पत्ति का लगा था आरोपः मध्य प्रदेश के जबलपुर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर दंपति पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा था. जिसके चलते राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने पिछले दिनों डॉक्टर दंपति के घर इस मामले में छापेमारी की. मेडिकल कॉलेज में पदस्थ डॉक्टर अशोक साहू और उनकी पत्नी डॉक्टर तृप्ति गुप्ता की वैध स्रोत से प्राप्त कुल आय 3 करोड़, 15 लाख, 13 हजार, 308 रुपये हैं. छापेमारी में 5 करोड़, 44 लाख, 22 हजार, 521 रुपये की चल-अचल संपत्ति का पता चला था. (jabalpur medical college action) (professor ashok sahu sacked) (ex controller of examinations trupti gupta also sacked) (charge of property in excess of income)
मेडिकल कॉलेज में शह और मात का खेलः डीन द्वारा की गई बर्खास्त की कार्रवाई को लेकर मेडिकल कॉलेज परिसर में एक बात जोरो से की जा रही है. यह कार्रवाई आपसी और विभागी लड़ाई के कारण की गई है. प्रोफेसर और पूर्व परीक्षा नियंत्रक यूनिवर्सिटी की कुछ अधिकारियों से पटरी नहीं बैठ रही थी. इसी का नतीजा है कि उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था. कार्यवाही के बाद चर्चा है कि मेडिकल कॉलेज में एक दूसरे को सह और मात देने का खेल जारी हो गया है. (jabalpur medical college action) (professor ashok sahu sacked) (ex controller of examinations trupti gupta also sacked)