जबलपुर।प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना देश के गरीब जरूरतमंद लोगों के स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद कल्याणकारी है. हालांकि अब यह सरकारी योजना कुव्यवस्था और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. मध्यप्रदेश के जबलपुर में राइट टाउन स्थित एक हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना के तहत करीब 4 हजार 843 मरीजों का आयुष्मान योजना के तहत फर्जी उपचार किया गया. डॉक्टर ने अपने हॉस्पिटल में ये फर्जी मरीजों को जबलपुर सहित आसपास जिलों से एक हजार और दो हजार रुपए प्रतिदिन देकर भर्ती किया था. इस तरह इन मरीजों के इलाज के नाम पर शासन से करोड़ों रुपए वसूले हैं. यह खुलासा SIT की जांच में हुआ है. (ayushman bharat scheme)
आयुष्मान योजना के तहत डॉक्टर ने ठगे करोड़ों रुपए:एएसपी गोपाल खांडेल ने बताया कि, डॉक्टर ने अपने सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल और होटल को अस्पताल के रुप में परिवर्तित कर आयुष्मान योजना के तहत 4 हजार 843 फर्जी मरीजों को भरती कर इलाज किया. इस अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत उस इलाज को प्राथमिकता दी जाती थी, जो मंहगे होते थे. जिन मरीजों को भर्ती किया जाता उन्हें प्रतिदिन एक से दो हजार रुपए दिए जाते रहे. यहां तक कि जिन मरीजों के कार्ड नहीं होते उनके कार्ड भी एक दिन में बनवा दिया जाता था. इस तरह आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा हुआ और शासन को चूना लगा. (jabalpur hospital fraud in name of ayushman bharat)