मोबाइल से बच्चों की पढ़ाई तौबा-तौबा, नेत्र चिकित्सक ने भी बताया खतरा
जबलपुर सहित पूरे प्रदेश के 52 जिलों में पांच लाख ऐसे विद्यार्थी हैं, जिनके पास ऑनलाइन पढ़ने, देखने, सुनने के लिए संसाधन ही नहीं है. साथ ही डॉक्टर का कहना है कि छोटे बच्चों के लिए मोबाइल से पढ़ाई करना उनकी आंखों के लिए सही नहीं है.
मोबाइल से बच्चों की पढ़ाई
जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर सहित पूरे प्रदेश के 52 जिलों में पांच लाख ऐसे विद्यार्थी हैं, जिनके पास ऑनलाइन पढ़ने, देखने, सुनने के लिए संसाधन ही नहीं हैं. यह आंकड़े उस समय सामने आए हैं, जब स्कूल शिक्षा विभाग ऑनलाइन पढ़ाई व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद कर रहा था. विभाग ने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण ऑनलाइन पढ़ाई की शुरूआत की है, लेकिन इसके नतीजे विभाग को सही नहीं मिल रहे हैं.
- जिले में 23 हजार बच्चे एंड्रॉइड मोबाइल से पढ़ाई कर रहे हैं तो 9 हजार केवल एवं 12 हजार बच्चे टेलीविजन से.
- फेल हुई विभाग की ऑनलाइन पढ़ाई व्यवस्था, 18% बच्चे पढ़ाई से छूटे.
- प्रदेश में 9वीं से लेकर 12वीं तक के कुल 19 लाख बच्चे, जिसमें 5 लाख बच्चों के पास पढ़ने के साधन ही नहीं हैं.
Last Updated : Jun 7, 2020, 4:24 PM IST