जबलपुर। सरकार भले ही हर गरीब को सस्ता और अच्छा खाद्यान्न वितरण का लाख दावा करे लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते ग्रामीण आज भी घटिया किस्म का खाना खाने को मजबूर हैं. कुंडम ब्लॉक में खाद्य विभाग के औचक निरीक्षण में खुलासा हुआ है की ग्रामीणों को फफूंद युक्त चावल वितरण किया जा रहा है.
चावल में कीड़ों के साथ लगी है फफूंद, घटिया किस्म का खाना खाने को मजबूर ग्रामीण
जबलपुर में कुंडम ब्लॉक में खाद्य विभाग के औचक निरीक्षण में खुलासा हुआ है की ग्रामीणों को फफूंद युक्त चावल वितरण किया जा रहा है. फूड इंस्पेक्टर ने तुरंत ही चावल के वितरण पर रोक लगाते हुए दुकान में रखा करीब 11 क्विंटल 60 किलो चावल को जब्त कर उसका सैंपल लिया.
खाद्य विभाग के फूड इंस्पेक्टर आरएस खरे ने जब कुंडम ब्लॉक के भजिया गांव की शासकीय उचित मूल्य की दुकान का औचक निरीक्षण के दौरान पाया कि सेल्समैन ग्रामीणों को जो चावल वितरण कर रहा है, वह बेहद ही घटिया किस्म का है. इतना ही नहीं चावलों में कीड़ों के साथ-साथ फफूंद तक लगी हुई थी. फूड इंस्पेक्टर ने तुरंत ही चावल के वितरण पर रोक लगाते हुए दुकान में रखा करीब 11 क्विंटल 60 किलो चावल को जब्त कर उसका सैंपल लिया.
फूड इंस्पेक्टर के मुताबिक उन्होंने सेल्समैन से पूछताछ की तो पता चला कि यह चावल मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन के द्वारा सप्लाई किया गया था. खराब किस्म का चावल होने के चलते सेल्समैन ने भी आपत्ति उठाई थी लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. फूड इंस्पेक्टर ने विभाग ने घटिया चावल की किस्मों की रिपोर्ट कलेक्टर को भी सौंपी है. बताया जा रहा है कि यह चावल दुर्गा राइस मिलर और साइना फूड कॉरपोरेशन के द्वारा सप्लाई किया गया था.