जबलपुर। साल का सबसे बड़ त्योहार दिवाली इस वर्ष कोरोना की भेंट चढ़ गया है, देश में लगातार बढ़ते कोरोना के केस को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इस साल पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है. खासकर वह शहर जहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स बड़ी हुई है, मध्यप्रदेश का जबलपुर भी ऐसा ही शहर है जहां पर इंडेक्स बढ़ा हुआ है. लिहाजा जबलपुर कलेक्टर ने पटाखे फोड़ने और पटाखे की दुकान लगाने पर अचानक ही प्रतिबंध लगा दिया है.
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के आदेश पर जबलपुर शहर में लगी तमाम दुकानों को पुलिस प्रशासन ने मिलकर बंद करवा दिया है, लिहाजा इसको देखते हुए पटाखा व्यापारियों में खासा आक्रोश भी नजर आ रहा है. पटाखा व्यापारियों का कहना है, पहले तो प्रशासन ने पटाखे की दुकान लगाने का लाइसेंस दिया और उसके बाद बिना सूचना दिए ही दुकान बंद करवाई जा रही है, जो कि पूरी तरह से गलत है. हालांकि इस दौरान पटाखा व्यापारियों ने प्रशासन से यह जानने की कोशिश भी की आखिर अचानक से इस तरह का निर्णय क्यों लिया जा रहा है, लेकिन इसको लेकर प्रशासन के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए.
शहर से बाहर लगा सकते हैं दुकान
पटाखा व्यापारियों का कहना है, जबलपुर जिला प्रशासन ने अचानक से जो आदेश निकाले हैं, उस आदेश में कहा जा रहा है कि कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर पटाखे की दुकान सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में ही लगाई जा सकती है. जबकि शहरी क्षेत्र में दुकान लगाने पर कलेक्टर ने प्रतिबंध लगाया हुआ है, लिहाजा अचानक से ही इस आदेश के आने के बाद पटाखा व्यापारी सकते में हैं.