इंदौर। प्रदेश भर में कोरोना अवधि के दौरान से अब तक की फीस वसूली के लिए निजी स्कूल संचालक लगातार बच्चों के अभिभावकों पर दबाव डाल रहे हैं. आलम ये है कि कई स्कूलों में जहां बच्चों के प्रवेश निरस्त करने की चेतावनी दी जा रही है. वहीं फीस नहीं भर पाने की स्थिति में अभिभावकों को उनके बच्चों का कैरियर चौपट करने की धमकियां भी मिल रही हैं.
महिलाओं ने रोका सीएम शिवराज का काफिला इसी स्थिति से परेशान आज करीब आधा दर्जन महिला अभिभावक स्कीम नंबर 140 स्थित अग्रवाल पब्लिक स्कूल में फीस वसूली को लेकर रियायत की मांग करने पहुंची थीं. सुबह से शाम तक गिड़गिड़ाने के बावजूद जब स्कूल प्रबंधन ने महिलाओं की फरियाद नहीं सुनी तो महिलाओं को पता चला कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां से गुजरने वाले हैं. इसके बाद सभी पीड़ित महिलाएं सड़क के किनारे खड़ी हो गईं. जैसे ही मुख्यमंत्री का काफिला निकला उन्होंने पुलिस सुरक्षा के बीच मुख्यमंत्री को अपनी समस्या बताने का फैसला किया.
इस दौरान ऐसी स्थिति बनी कि मुख्यमंत्री को रोकने के लिए सड़क पार आई महिलाओं के कारण खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उन्हें देखकर अपने काफिले को रोकना पड़ा. इसके बाद पीड़ित महिलाओं ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि इंदौर के अग्रवाल पब्लिक स्कूल समेत अन्य निजी स्कूलों में अभिभावकों पर फीस वसूली के लिए दबाव डाला जा रहा है.
महिलाओं ने कहा कि आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे जो अभिभावक बच्चों की फीस नहीं दे पा रहे हैं, उनके बच्चों का प्रवेश निरस्त कर बच्चों का कैरियर चौपट करने की धमकियां मिल रही हैं. ऐसी स्थिति में कोई भी सुनवाई करने वाला नहीं है. लिहाजा आप प्रदेश के तमाम अभिभावकों की मदद करते हुए इस मामले में कोई ना कोई निर्णय लें.
इसके बाद मुख्यमंत्री ने सभी की बातें धैर्य पूर्वक सुनते हुए इस समस्या का जल्द निराकरण करने का आश्वासन पीड़ित महिलाओं को दिया, जिससे महिलाओं को थोड़ी राहत बंधी. इसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला वहां से रवाना हो गया.