इंदौर। मध्यप्रदेश को 9 हजार 577 करोड़ रुपये लागत की 34 सड़क परियोजनाओं (MP Road Projects) की बड़ी सौगात मिलने जा रही है. गुरुवार को इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर (Brilliant Convention Center) में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले समारोह में केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) 1356 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करेंगे, इसका 245 किमी हिस्सा मध्यप्रदेश में पड़ता है, जिसमें से 106 किमी एक्सप्रेस-वे तैयार है, बाकि का नवंबर 2022 तक पूरा करने का टारगेट है. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के दो दिवसीय निरीक्षण कार्यक्रम के अपने दूसरे पड़ाव में राजस्थान के दौसा में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कार्य के प्रगति का निरीक्षण किया.
केंद्र तथा राज्य सरकारों ने साइन किया एमओयू
इसी के साथ ही केंद्र तथा राज्य सरकार के मध्य इंदौर में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क (Multi Model Logistic Park) निर्माण का एमओयू भी साइन होगा. यह कार्यक्रम सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तथा लोक निर्माण विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा आयोजित किया जा रहा है. इस अवसर पर राज्य के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) भी उपस्थित रहेंगे.
14 सड़क परियोजनाओं का होगा लोकार्पण
कार्यक्रम में 14 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और 20 परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा. परियोजनाओं के तहत चार हजार 736 करोड़ रुपये की लागत से 767 लंबाई में 4/2 लेन निर्माण और सड़क मजबूतीकरण के कार्य कराये गये हैं. जिन परियोजनाओं का लोकार्पण होगा, उनमें मुख्य रूप से इंदौर शहर (Indore City) के 6-लेन बायपास पर स्ट्रीट लाइट सहित सर्विस रोड, भोपाल-ब्यावरा खंड के 4-लेन का चौड़ीकरण (मुबारकपुर-ब्यावरा), ग्वालियर-झांसी खंड के 4-लेन का चौड़ीकरण, मोहगांव-खवासा खंड के 4-लेन का चौड़ीकरण, झांसी- खजुराहो खंड के 4-लेन चौड़ीकरण, शुजालपुर-आष्ठा खंड के 2-लेन मय पेव्हड शोल्डर, बमीढ़ा-सतना खंड के 2-लेन चौड़ीकरण सहित 152 करोड़ रूपये लागत से 310 किलोमीटर लंबी 7 सड़क परियोजनाओं के सुदृढ़ीकरण के अन्य कार्य शामिल हैं.
इनमें औबेदुल्लागंज-नागपुर खंड के आईआरसीएसपी के अनुसार, अपशिष्ट प्लास्टिक सामग्री का उपयोग करके पायलट प्रोजेक्ट, राजेगांव-बालाघाट-तमता, नैनपुर, मंडला और सागरटोला-शहडोल, डिंडोरी खंड पर, इंदौर-बैतुल खंड पर, दिनारा-पिछोर खंड पर, सवाई माधोपुर-श्योपुर-गौरस-श्यामपुर खंड पर, गुलगंज-अमानगंज-पवई-कटनी खंड पर तथा सागर-छतरपुर खंड पर सुदृढ़ीकरण के कार्य शामिल हैं.