इंदौर।लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा डोर टू डोर राशन, सब्जी और फलों के वितरण की व्यवस्था निगम के जोनल कार्यालयों के अनुसार की गई थी, लेकिन अब जहां एक तरफ नगर निगम द्वारा मुफ्त राशन वितरण की व्यवस्था को बंद करने का निर्णय लिया गया है, तो वहीं दूसरी ओर प्रशासन द्वारा तय किए गए फल वितरण व्यवस्था में भी ऑर्डर अब पहले की तुलना में काफी कम आ रहे हैं.
नगर निगम ने शुरू की थी फलों -सब्जियों की होम डिलीवरी, लॉकडाउन में मिली छूट के बाद कम हुए ऑर्डर
जैसे- जैसे लॉकडाउन में छूट मिल रही है वैसे-वैसे प्रशासन द्वारा तय किए गए सब्जी और फलों की होम डिलीवरी व्यवस्था में ऑर्डर अब पहले की तुलना में काफी कम आ रहे हैं.
नगर निगम के द्वारा लॉकडाउन में आम जनता को घर-घर तक सब्जी और फल पहुंचाने के लिए यह सुविधा शुरू की गई थी. दरअसल कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते लोगों का घरों से निकलना प्रशासन द्वारा प्रतिबंधित किया गया था. जिसके बाद नगर निगम द्वारा पहले राशन की और फिर सब्जी और फलों की घर-घर वितरण व्यवस्था शुरू की गई थी. शुरुआती दौर में इन व्यवस्थाओं को शहर की जनता का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था, लेकिन अब जैसे-जैसे प्रशासन द्वारा अन्य रोजगार को खोलने की अनुमति शर्तों के साथ दी जा रही है, वैसे-वैसे इस वितरण व्यवस्था को मिलने वाले आर्डर की संख्या में भी कम होती जा रही है. लगातार घटती मांग को लेकर फल विक्रेताओं का कहना है कि, उनके द्वारा प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस व्यवस्था में काम किया गया था. वहीं अब सरकार जब तक उन्हें यह व्यवस्था चलाने के लिए कहेगी. तब तक यह व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाई जाएगी. दरअसल प्रशासन के द्वारा फल और सब्जी घर-घर पहुंचाई तो जा रही थी, लेकिन इसकी क्वालिटी को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही थी