इंदौर। मध्य प्रदेश सरकार हमेशा मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाती रहती है. एक बार फिर से प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों पर काम करते हुए एसटीएफ ने ऐसे ही मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान की शुरुआत की है. इंदौर एसटीएफ की टीम ने पालदा क्षेत्र में एक कारखाने पर दबिश देकर बड़ी मात्रा में मिलावटी हींग जब्त की. इस दौरान एसटीएफ की टीम के साथ-साथ खाद्य विभाग सहित अन्य विभाग भी शामिल रहे. फिलहाल जब्त की गई हींग की जांच की जाएगी.
प्रदेश भर में चल रही मिलावटखोरी के खिलाफ मुहिम के तहत एसटीएफ और खाद्य विभाग द्वारा संयुक्त कार्रवाई करते हुए पालदा क्षेत्र स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में हींग की फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की गई. कार्रवाई के दौरान कई क्विंटल मिश्रित हींग सहित कई मिलावटी खाद्य पदार्थ जब्त किए गए. इसी के साथ फैक्ट्री को सील कर दिया गया.
बता दें कि, पिछले दिनों मिलावटखोरों के खिलाफ प्रदेश में बड़े स्तर पर एक मुहिम चलाई गई थी. इसी के तहत एसटीएफ की टीम को सूचना मिली थी कि पालदा क्षेत्र स्थित हिम्मत नगर में संचालित एमके ट्रेडर्स नाम की फैक्ट्री में मिलावटी हींग तैयार की जा रही थी. इसी सूचना के आधार पर टीम ने छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया. छापामार कार्रवाई करते हुए 14 क्विंटल अपमिश्रित हींग सहित 31 क्विंटल हींग बनाने की सामग्री फैक्ट्री से जब्त की गई है. इस दौरान मौके पर मौजूद फैक्ट्री संचालन जगदीश मखीजा और मुकेश मखीजा से पूछताछ की जा रही है.
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हानिकारक पदार्थों से निर्मित की जा रही थी हींग
फैक्ट्री में खाद विभाग द्वारा पाया गया कि जो हींग विभिन्न सामग्री से बनाई जा रही थी, वह पूरी तरह से हानिकारक है. अगर इसे खाने में उपयोग किया गया, ग्राहकों की तबीयत खराब हो सकती है. इन्हीं सब तथ्यों को लेकर कार्रवाई के दौरान सबूत जुटाए गए. आने वाले समय में खाद्य विभाग द्वारा न्यायालय में सभी सबूत पेश किए जाएंगे. वहीं खाद्य विभाग द्वारा हींग का सैम्पल भी लिया गया है, जिसे जांच के लिए भोपाल स्थित लेब में भेजा जाएगा. अगर इस दौरान जांच में किसी तरह की लापरवाही सामने आती है, तो निश्चित तौर पर बड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इससे पहले भी कारखानों में इंदौर क्राइम ब्रांच सहित अन्य विभाग द्वारा कार्रवाई की जा चुकी है. हालांकि यह पहली बार है कि एसटीएफ द्वारा कार्रवाई की गई. फिलहाल एसटीएफ की टीम इस पूरे मामले की बारीकी से जांच-पड़ताल कर रही है.