इंदौर। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार ने धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020 को मंजूरी दे दी है. इसको लेकर पूर्व लोकसभा स्पीकर और इंदौर की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि सिर्फ कानून बनाने से काम नहीं चलेगा इसके लिए सामाजिक संस्थाओं को एक भी होना पड़ेगा.
'सिर्फ कानून बनाने से काम नहीं चलेगा'
इंदौर की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन का कहना है कि धर्म परिवर्तन को ताकत के साथ लेने के लिए कई सामाजिक संस्थाएं काम करती आई हैं. भारत के कई गांव में यह देखने में आया है कि गरीबी देखकर भूख मिटाने का लालच देकर धर्म परिवर्तन करा जाता है, जो कि अच्छी बात नहीं है. सुमित्रा महाजन ने यह भी कहा कि किसी भी समाज के लोग हो लेकिन यदि धर्म परिवर्तन जबरदस्ती हो तो वह अच्छा नहीं है. गरीबों का शोषण करते हुए भी कई बार धर्म परिवर्तन किया जाता है, लेकिन इसके लिए केवल कानून बनाने से काम नहीं चलेगा. इसके लिए सामाजिक संस्थाओं को भी एक होना पड़ेगा.
नए संसद भवन को लेकर बोली सुमित्रा महाजन
नए संसद भवन को लेकर पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा है कि नए संसद भवन की वर्तमान समय में आवश्यकता थी. सांसदों को नई नई टेक्नोलॉजी की सुविधाएं देना है, तो उसके लिए नए संसद भवन की आवश्यकता होगी. साथ ही सुमित्रा महाजन यह भी कहा कि पुरानी बिल्डिंग को म्यूजियम बनाया जाएगा. ताकि लोगों को इतिहास के बारे में बताया जा सके.
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