इंदौर: भय्यू महाराज सुसाइड केस में गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को भी इंदौर की जिला कोर्ट में उनके सेवादार के बयान दर्ज किए गए. फिलहाल अब इस मामले में भैय्यू महाराज के सेवादार के क्रास एग्जामिनेशन गुरुवार को होंगे.
सेवादार शेखर शर्मा के बयान दर्ज
सेवादार शेखर शर्मा ने इंदौर की जिला कोर्ट में बयान दर्ज करवाते हुए बताया कि मेरा भय्यू महाराज से तकरीबन 10 साल पहले संपर्क हुआ था. मुझे महाराज ने अमरावती में राष्ट्रीय चेतना पर्यावरण में पूजन के लिए बुलाया था. उसके बाद महाराज के कार्यक्रमों में मेरा जाना आना लगा रहता था. इसी दौरान इंदौर 2008 में महाराज के कहने पर मैं इंदौर आ गया था, आश्रम के मंदिर में पूजा पाठ करने लगा था. जब से मैं इंदौर में रहने लगा महाराज मुझे घर पर बुलाते थे और उनके बुलाने पर मैं घर भी जाता था.
पलक को लेकर सेवादार ने क्या कहा ?
बयानों में सेवादार ने कोर्ट को बताया कि पलक पौराणिक को मैं जानता हूं. वह महाराज के घर पर नौकरी करती थी, मुझे महाराज के घर पर काम करने वालों ने बताया कि पलक कुहू की केयर टेकर है. मैं जब भय्यू महाराज के घर जाता था तो पलक से भी बातचीत हो जाती थी, मेरी पलक से मोबाइल से कभी भी बात नहीं हुई. उससे कभी मुझे काम ही नहीं पड़ा. मैं नवरात्रि में यहां पर पाठ करने के लिए महाराष्ट्र चला जाता था, जब मैं 2016 नवरात्रि करके महाराष्ट्र से वापस आया तो मुझे पता चला कि महाराज ने आश्रम के ऑफिस के लिए 15 लोगों की एक टीम मनीष खंडेलवाल के माध्यम से बनाई थी. उस टीम में आयुषी शर्मा भी थी, मैंने सुना कि महाराज की मां के कमरे में आयुषी जाकर बैठी थी, महाराज की बड़ी बहन मधुमति भी उस समय इंदौर आई हुई थी.
आयुषी से प्रभावित होकर महाराज से मां ने की थी शादी की बात
आयुषी द्वारा उनकी माताजी की देखभाल करने से प्रभावित होकर आयुषी से महाराज की शादी करवाने लिए उनकी मां और बहन ने महाराज को कहा था, जिससे भय्यू महाराज नाराज हो गए और वह घर छोड़कर कुछ दिनों के लिए बाहर चले गए थे, घर छोड़ने वाली बात मुझे विनायक ने बताई थी. महाराज ने उनकी बहन मधुमति और उनकी मां के कहने पर आयुषी से 30 अप्रैल 2017 को शादी कर ली थी. शादी में महाराज के परिवार के लोग आए थे, लेकिन उनकी बेटी कुहू नहीं आई थी. इस बात से वह नाराज थी.
पत्नी से होते थे विवाद
शेखर शर्मा ने कोर्ट को ये भी बताया कि भय्यू महाराज और उनकी दूसरी पत्नी डॉक्टर आयुषी के बीच विवाद होते थे और विवाद के दौरान आयुषी ने अपने हाथ की नस भी काट ली थी और कई बार तो आयुषी और महाराज के झगड़े काफी घातक भी होते थे और मामला विवाद तक भी पहुंच जाता था.