इंदौर।प्रवासी भारतीय सम्मेलन इंदौर में रविवार 8 जनवरी से शुरू हो रहा है, 3 दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन (Pravasi Bhartiya Sammelan Indore) का औपचारिक उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को करेंगे. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु समापन सत्र में शिरकत करेंगी. बता दें कि प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी को मनाया जाता है, इस दौरान सांस्कृतिक गतिविधियां भी आयोजित की जाती हैं. फिलहाल इंदौर में इसी को लेकर कई तरह की तैयारियां की जा रही हैं. इंदौर में श्रीकुंज के युवाओं ने 42 क्विंटल अनाज से एक पोट्रेट तैयार किया है, जिनमें 8 प्रकार के अलग-अलग अनाज का प्रयोग किया गया है.
देवी अहिल्या की अनाज की पोट्रेट: चना, उड़द, मूंग और चावल सहित विभिन्न प्रकार के अनाज से माता अहिल्या के पोट्रेट को बनाया गया है. 50 कलाकारों ने 3 दिनों में इस पोट्रेट को बनाकर तैयार किया है. पोट्रेट कलाकारों का कहना है कि प्रवासी भारतीय इंदौर में पहुंचे हैं. वह यह पोट्रेट देखकर इंदौर की महारानी मां अहिल्या की भक्ति को जानें और प्रदेश में होने वाले अनाज को पहचानें.. इसी उद्देश्य से पोट्रेट तैयार किया गया है. संस्था के सदस्यों का कहना है कि आयोजन संपन्न होने के बाद जिस अनाज से पोट्रेट तैयार किया गया है वह या तो पक्षियों के लिए दान कर दिया जाएगा या विभिन्न सामाजिक संस्थाओं को सौंप दिया जाएगा, जिससे कि अनाज का यथासंभव सदुपयोग हो सके.
यातायात और सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम: इंदौर के आसपास कई पर्यटन और धार्मिक स्थल है, जहां पर प्रवासी भारतीयों के पहुंचने की संभावना है. इसी को लेकर ग्रामीण पुलिस, प्रशासन द्वारा तमाम तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं, ग्रामीण एसपी भगवत सिंह विर्दे ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र से कई प्रवासी भारतीय हाईवे से होते हुए धार्मिक स्थल और पर्यटन स्थलों पर पहुंचेंगे, जिनमें मुख्य रुप से उज्जैन के श्री महाकालेश्वर और श्री ओमकारेश्वर प्रमुख हैं. इसके लिए यातायात में कई तरह के परिवर्तन किए गए हैं, शहर में प्रवेश के लिए कई डायवर्सन किए गए हैं. (Pravasi Bhartiya Sammelan) प्रवासी भारतीयों को सुरक्षा देने के उद्देश्य से 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे, सुरक्षा में किसी चूक से बचने के लिए यह व्यवस्था 8 जनवरी से लेकर 11 जनवरी तक लागू रहेगी. इन धार्मिक स्थलों के साथ ही शहर के आसपास पातालपानी, परशुराम जन्मस्थली जाना पाव ,जाम गेट ,यशवंत सागर सहित अन्य छोटे-बड़े कई पर्यटन स्थल है, जहां पर प्रवासी भारतीय पहुंचने की संभावना है.