इंदौर।कुछ वक्त पहले मध्यप्रदेश में बनते सूखे के हालात के बीच इंद्र देव मेहरबान से हो गए हैं. आलम ये है कि बादलों ने प्रदेश में बारिश की झड़ी लगा दी है. इंदौर, उज्जैन, बैतूल, भोपाल, जबलपुर समेत प्रदेश के कई संभाग में लगातार बारिश से बने हालात ने इलाकों को जलमग्न कर दिया है. कोई पानी में बह रहा है, तो किसी का हवाई जहाज के सहारे रेस्क्यू किया जा रहा है. देखें पूरे एमपी से ETV Bharat की बारिश की खास रिपोर्ट....
इंदौर में बारिश से हाल: इंदौर में भारी बारिश का दौर लगातार जारी है. अब इसके परिणाम भी देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में इंदौर के जेल रोड पर परसों पुराना पेड़ अचानक से गिर गया जिसके कारण पूरा रोड जाम हो गया. फिलहाल, किसी तरह की कोई जनहानि इस पूरे घटनाक्रम में घटित नहीं हुई है. चंदन नगर क्षेत्र में एक पुलिया पर से तेज रफ्तार तरीके से पानी निकल रहा है और उसको पार करते वाहन चालक भी कैद हुए हैं. फिलहाल, जिस तरह से पेड़ गिरा उसके कारण आसपास के इलाकों की लाइट कई घंटे से गुल है.इसके कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. तो शहर में बारिश का दौर इस कदर जारी है, कि इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में जहां जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई है. हालांकि रविवार को सुबह बारिश शांत हुई है.
खौफनाक वीडियो आया सामने: इंदौर के बाणगंगा इलाके से भी एक खौफनाक वीडियो सामने आया है. जहां दो युवक तेज बहाव में बह गए. हालांकि उस दौरान मौजूद लोगों ने उन्हें बचा लिया. इंदौर में बीते रात हुई तेज बारिश से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है. रविवार को सुबह से शहर में बारिश थम सी गई है, जो थोड़ी राहत देने वाली है.
उज्जैन में शिप्रा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है: उज्जैन में भी लगातार शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. बड़नगर में चामला नदी उफान होने के कारण तीन लोगों का रेस्क्यू किया गया. तीनों लोगों का रेस्क्यू हेलीकॉप्टर के द्वारा किया गया है. उज्जैन प्रशासन ने पुणे से हेलीकॉप्टर मंगवा कर रिसीव करवाया. इसमें गर्भवती महिला और दो लोगों को लेकर हेलीकॉप्टर इंदौर पहुंचा है. वहीं पूरे बड़नगर तहसील में 300 लोगों का रेस्क्यू किया गया है.
इसके अलावा बड़नगर तहसील के पास डंगवाड़ा गांव में अभी भी 50 लोग फंसे हुए हैं. इनका रेस्क्यू एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम कर रही है. जिले के अधिक गांव बाढ़ की चपेट में है और रहस्यवारों में रहने वाले लोगों के लिए महाकाल प्रबंधन समिति की ओर से भोजन की व्यवस्था की गई है.