इंदौर। पश्चिमी वितरण कंपनी में बिजली बिल पर जो मीटरों की रीडिंग छपी रहती है. उसके कारण कई बार उपभोक्ताओं को अपने बिलों में बढ़ोतरी राशि का भुगतान करना होता है और कई बार उसमें त्रुटि भी आ जाती है. उस व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी के एमडी ने अपने अधिकारियों की बैठक ली और विभिन्न तरह के दिशा निर्देश दिए. इसी के साथ अब क्यूआर कोड के माध्यम से रीडिंग लेने की व्यवस्था की शुरुआत भी विभाग के द्वारा की गई है.
ऊर्जस एप
तकनीक का दौर में ऊर्जस एप बहुत अच्छा कार्य कर रहा है. इसके माध्यम से ही बिजली उपभोक्ताओं को सभी 14 सेवाएं देना है, सभी जानकारी ऊर्जस पर अपलोड होनी चाहिए. ऊर्जस पर पेंडेंसी या किसी भी स्तर से लापरवाही दिखी तो संबंधित अधिकारी को नोटिस दिए जाएंगे. इस तरह की व्यवस्था को दुरस्त करने के लिए विद्युत वितरण कंपनी के एमडी ने अधिकारियों की बैठक लेकर दिशा निर्देश जारी किए.
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने दिए. वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से 15 जिलों के बिजली अधिकारियों की बैठक ली. एमडी ने कहा कि कंपनी की आईटी शाखा ने क्यूआर कोड से मीटर रीडिंग की अच्छी व्यवस्था की है. इस तकनीक से वर्तमान में 10 लाख घरों, परिसरों की ही रीडिंग हो रही है. इससे बढ़ाया जाए, ताकि उपभोक्ता की शिकायतें कम हो, संतुष्टी का स्तर ज्यादा हो.
बिल की राशि वसूलने को लेकर भी दिए दिशा निर्देश
कम्पनी के प्रबंध निदेशक अमित सिंह तोमर ने कहा कि जून में हमें कम से कम 25 लाख बिजली उपभोक्ताओं से बिल राशि वसूलना है. इसके लिए सभी वितरण केंद्र, जोन प्रभारी लक्ष्य रखे. अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है, हमारी गतिविधियां अब दिसंबर, जनवरी की भांति तेज होना चाहिए. उन्होंने कहा कि दो माह में संक्रमण के दौरान लाखों उपभोक्ताओं ने बिल नहीं भरा, उनसे संपर्क कर बकाया राशि भी ली जाए.
मौसम के परिवर्तन के कारण होने वाली उपभोक्ताओं की समस्या का हो समाधान