इंदौर। प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर को एजुकेशन हब भी कहा जाता है. इंदौर में देश के कई प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान मौजूद है. शहर व शहर के आसपास के बच्चे इंदौर में उच्च शिक्षा को हासिल करने के लिए पहुंचते हैं. इंदौर के विभिन्न महाविद्यालयों में कई बार रैगिंग के मामले भी सामने आ चुके हैं, वहीं एक बार फिर शहर के अरविंदो मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाली एमबीबीएस(MBBS) की छात्रा के साथ हॉस्टल में रैगिंग काम मामला सामने आया है.
जूनियर की रैगिंग का मामला
अरविंदो मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस की छात्रा ने हॉस्टल के सीनियर से पर आरोप लगाते हुए यूजीसी को शिकायत की है. शिकायत में छात्रों ने बताया है कि सीनियर उसे परेशान करते हैं और अभद्र व्यवहार करते हैं. मामले में शिकायत के बाद अधिकारी को जांच के लिए कॉलेज भेजा गया है. वहीं मामले में कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि यूजीसी से मिली शिकायत की जांच की जा रही है अब तक शिकायत करने वाली छात्रा प्रबंधन के सामने नहीं आई है.
कॉलेज डीन डॉ आरआर वावरे के अनुसार 19 जनवरी को यूजीसी द्वारा यह कंप्लेंट कॉलेज को भेजी गई थी, जिसमें कॉलेज द्वारा जांच 20 जनवरी को की गई थी. जांच के दौरान पीड़िता के सामने नहीं आने के चलते संबंधित बेच की सभी छात्राओं को बुलाकर पूछताछ की गई थी और जानकारी हासिल की गई थी कि रैगिंग का घटनाक्रम किसके साथ हुआ है. मामले में कोई भी पीड़ित सामने नहीं आया. वहीं संबंधित कक्षा के सभी छात्राओं द्वारा किसी भी तरह की घटना से इनकार किया गया. जिस बेच की छात्राओं पर यह आरोप लगाए गए थे उनके द्वारा भी किसी भी रैगिंग में शामिल होने से इनकार किया गया.
अरविंदो मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ आरआर वावरे का कहना है कि कॉलेज में लगातार रैगिंग के मामले पर सख्त निगरानी रखी जाती है जो शिकायत यूजीसी से गई थी, उसकी भी जांच की जा रही है. मामले में जल्द रिपोर्ट तैयार कर यूजीसी को भेजा जाएगा. अब तक पूरे मामले में रैगिंग की घटना के संबंध में कोई स्थिति सामने नहीं आई है. वहीं अगर जांच के दौरान कोई भी दोषी सामने आता है तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.