इंदौर।मार्च के महीने में इंदौर पुलिस के आईजी स्तर के अधिकारी वार्षिक निरीक्षण कार्यक्रम का आयोजन करते हैं. इस साल यह कार्यक्रम इंदौर के डीआरपी लाइन पर किया गया. इस कार्यक्रम में इंदौर आईजी अपने कुछ अधिकारियों के साथ मौजूद थे. उन्होंने यहां पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों के ड्रेस को पहले चेक किया और जहां पर भी गलती नजर आई. उन्हें सजा भी दी. इसी के साथ जिन पुलिसकर्मियों ने ठीक-ठाक तरीके से ड्रेस पहनी हुई थी, उन्हें इनाम भी दिया. इस दौरान आईजी ने वार्षिक निरीक्षण परेड के दौरान सभी पुलिसकर्मियों की परेड भी करवा दी. इसमें थाना प्रभारी स्तर के अधिकारी परेड में पिछड़े हुए नजर आए.
- पुलिस के खिलाफ पुलिसकर्मियों ने लगाए नारे
वार्षिक निरीक्षण के दौरान बलवे का भी आयोजन डीआरपी लाइन पर किया गया. इस डीआरपी लाइन के कार्यक्रम में पुलिस कर्मियों ने एक तरफ विरोधी दल का मोर्चा संभाला तो दूसरी ओर पुलिस बलवा के दौरान किस तरह से बलवाइयों से मोर्चा सम्भालती है. वह भी यहां पर नए पुलिसकर्मियों को बताया गया. इस दौरान जिन लोगों ने बलवा दल का मोर्चा संभाला हुआ था. वह भी पुलिसकर्मी थे. उसके बाद भी उन्होंने उन पुलिसकर्मियों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुलिस को जमकर कोसा.
- परेड में थाना प्रभारी हुए फेल
आईजी निरीक्षण के दौरान पुलिसकर्मी किस तरह से जो व्यवस्था रहती है. जैसे वह जिस गाड़ी में घूमते हैं और ड्रेस किस तरह से पहनते हैं इसका मौके पर मुआयना किया जाता है. लेकिन पहली बार इंदौर आईजी ने पुलिस कर्मियों की परेड का आयोजन किया. इस परेड में जहां आरक्षण स्तर के पुलिसकर्मी तो ठीक-ठाक तरीके से परेड करते हुए नजर आए लेकिन थाना प्रभारी स्तर के पुलिसकर्मी परेड में पिछड़े हुए नजर आए. जिन्हें आईजी ने हिदायत दी और ठीक से करने के निर्देश भी दिए. साथ ही सजा के तौर पर थाना प्रभारियों को 10 मिनट तक परेड करवाई. फिलहाल पूरे ही मामले में थाना प्रभारी परेड में फिसड्डी साबित हुए. आईजी ने थाना प्रभारियों को सजा भी दी.