इंदौर। दुनिया भर में विलुप्त होने की कगार पर वन्यजीव शेरकी संख्या हर साल कम होती जा रही है. लेकिन, इसके उलट इंदौर के चिड़िया घर में इनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. बीते कुछ सालों के दौरान ही इनकी संख्या 4 से बढ़कर 11 हो चुकी है. नतीजतन इन के बाड़े में इतने शेरों के रहने लायक जगह नहीं होने के कारण चिड़िया घर प्रशासन ने शेरों की ब्रीडिंग रोक दी है.
वर्तमान में इंदौर के चिड़िया घर में 11 शेर हैं, जो एक ही बाड़ेमें रहते हैं.हालांकि, इन के पिंजरे संयुक्त हैं फिर भी छोटे इलाके में होने के कारण इनके बीच संघर्ष की आशंका लगातार बनी रहती है. इसके अलावा शेर अपने इलाके में ज्यादा दखलअंदाजी भी बर्दाश्त नहीं करते हैं. इसलिए जब तक इनके बाड़े अलग-अलग नहीं होतेतब तक इनके वयस्क होने तक लगातार संघर्ष की आशंका रहती है. ऐसे में चिड़ियाघर प्रशासन की कोशिश यह है कि देश का कोई और चिड़ियाघर यहां से शेर लेकर जरूरत के अनुसार वन्यप्राणी इंदौर के चिड़िया घर को एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत दे सकता है.