होशंगाबाद। इटारसी का एक रेल कर्मचारी चेक बाउंस की सजा और पुलिस से बचने के लिए 6 साल तक साधु बनकर नर्मदा नदी के आवली घाट पर रह रहा था. पुलिस ने रेलकर्मी को घाट से पकड़ने में सफलता प्राप्त कर ली है.
पुलिस से बचने के लिए रेलवे कर्मचारी बना साधु, 6 साल बाद हुआ गिरफ्तार
रेल कर्मचारी चेक बाउंस की सजा और पुलिस से बचने के लिए 6 साल तक साधु बनकर नर्मदा नदी के आवली घाट पर रह रहा था. पुलिस ने रेलकर्मी को घाट से पकड़ने में सफलता प्राप्त कर ली है.
जानकारी के अनुसार चेक बाउंस के मामले में आरोपी का गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था, जिसकी भनक लगने के बाद रेल कर्मचारी पुलिस से बचने के लिए 6 साल से साधु बनकर रह रहा था. होशंगाबाद एसपी के द्वारा लम्बित स्थाई गिरफ्तारी वारंट के तामील हेतु अभियान चलाया जा रहा है. जिसके चलते टीआई आरएस चौहान द्वारा अलग- अलग टीम गठित कर वारंट की अधिक से अधिक तामील की जा रही है.
इसी अभियान में थाना इटारसी एस आई महेश जाट, कांस्टेबल धर्मेंद्र कुचबंदिया, अर्जुन विश्वकर्मा के द्वारा आरोपी गजराज जो कि पिछले 6 साल से फरार था. उसकी घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी को इटारसी थाने लाने के बाद इटारसी कोर्ट में पेश किया गया.