हरदा।जिले में पिछले 15 दिनों से लॉकडाउन के दौरान हरदा के कुछ समाजसेवियों के द्वारा लॉकडाउन पीड़ित समूह बनाकर दानदाताओं की मदद से जरूरतमंद परिवारों को रोजाना भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसमें पहले दिन 150 पैकेट तैयार किए गए थे. लेकिन अब उसकी संख्या करीब 2,000 से भी ऊपर पहुंच गई है. लेकिन आज एकाएक इस समूह के सदस्यों के द्वारा चौक चौराहों पर मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों के द्वारा भोजन सामग्री लाने ले जाने का काम करने वाले युवाओं के साथ अभद्रता और गाली गलौज की गई. जिससे नाराज होकर उन्होंने निशुल्क भोजन वितरण का काम बंद का फैसला लिया है.
पुलिसकर्मियों ने की समाजसेवियों से अभद्रता, नाराज होकर जरूरतमंदों को निशुल्क बांटने वाला भोजन किया बंद - नगरपालिका अध्यक्ष हेमंत डाले
हरदा में पुलिसकर्मियों की अभद्रता से नाराज होकर जरूरतमंदों को निशुल्क बांटने वाला भोजन बंद करने का निर्णय लिया गया है. जहां पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष हेमंत डाले ने कहा की हमें प्रशासन का किसी तरह से कोई सहयोग नहीं मिला है और लॉक डाउन होने के दिन से लगातार जारी रखा गया है, लेकिन ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों ने उनके साथियों से अभद्रता भी की.
वहीं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष हेमंत डाले ने कहा कि हमें प्रशासन का किसी तरह का कोई सहयोग नहीं मिला है, हमारे द्वारा शहर के समाजसेवी और दानदाताओं की मदद से भोजन वितरण का काम लॉकडाउन होने के दिन से लगातार जारी रखा गया है. इसमें हमारे द्वारा पूरे अनुशासन में रहकर भोजन वितरण का काम किया जा रहा है, लेकिन ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों के द्वारा हमारे कार्यकर्ताओं से अभद्रता की जा रही है, जिसको लेकर कल से भोजन वितरण का काम बंद किए जाने का फैसला लिया है.
वहीं जिस हेड कांस्टेबल पर लॉर्ड माउंटबेटन सहायता समूह के सदस्यों के द्वारा अभद्रता और गाली गलौज किराने का आरोप लगाया है उसका कहना है कि हमारे द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों का पालन करते हुए लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंस को लेकर एक वाहन पर सवार होकर एक से अधिक लोगों को जाने को लेकर रोक लगाई गई है, हमारे द्वारा किसी भी सदस्य से किसी तरह की कोई अभद्रता नहीं की गई है.