ग्वालियर। देश के दिल कही जाने वाली मध्य प्रदेश में इस समय बापू की हत्यारे नाथूराम गोडसे सुर्खियों में है. ऐसा देश में पहली बार हो रहा है कि नाथूराम गोडसे और उसके साथियों की जय-जयकार की गूंज सुनाई दे रही है. ग्वालियर में हिंदू महासभा के द्वारा हत्यारे नाथूराम गोडसे की जय जयकार अब लगातार प्रदेश में अपना दायरा बढ़ा रही है। लेकिन बापू के हत्यारे गोडसे का गुणगान करने वाली हिंदू महासभा पर सरकार ने आंखें बंद कर ली है और पिछले कई सालों से ग्वालियर का जिला प्रशासन भी मौन होकर बापू की हत्यारी की जय-जयकार का तमाशा देख रहा है.
बापू के देश में गोडसे का महिमामंडन क्यों?
अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या मध्य प्रदेश सरकार बापू की जगह गोडसे को पूजना चाहती है. यह सवाल इसलिए हो रहे हैं क्योंकि पिछले कई सालों से ग्वालियर में हिंदू महासभा हत्यारे नाथूराम गोडसे और उनके साथियों की मूर्ति लगाकर उनकी पूजा-अर्चना कर रही है, उस हत्यारे का गुणगान कर रही है. इसके बावजूद सरकार से लेकर जिला प्रशासन इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं.
ग्वालियर में हिंदू महासभा सरकार ने क्यों बंद कर रखी है आंखें?
पिछले कई सालों से ग्वालियर स्थित अपने कार्यालय में हिंदू महासभा बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे और उनके साथियों की मूर्ति लगाकर पूजा अर्चना कर रही है, हालांकि कुछ साल पहले जिला प्रशासन के द्वारा गोडसे की मूर्ति को जब्त कर लिया था, लेकिन इसके बावजूद भी हिंदू महासभा ने गोडसे की पूजा अर्चना करनी नहीं छोड़ी. आज भी हिंदू महासभा गोडसे को लेकर अलग-अलग कार्यक्रम कर रही है. वैसे तो इस समय प्रदेश में धर्म और किसी पर टिप्पणी करने पर तत्काल मामले दर्ज किए जा रहे हैं, ऐसे में गोडसे की पूजा करने वालों को लेकर सरकार अपनी आंखें बंद कर बैठी है.
ग्वालियर में हिंदू महासभा का मुख्य कार्यालय
आजादी से पहले पूरे देश भर में ग्वालियर हिंदू महासभा का गढ़ रहा है और यही पूरे देश का सबसे बड़ा कार्यालय भी है. इस हिंदू महासभा का उद्देश्य और बीजेपी का उद्देश्य लगभग समान ही है, क्योंकि दोनों ही हिंदुत्व की बात करती है. शायद यही वजह है कि सरकार इन पर एक्शन नहीं ले रही है. हिंदू महासभा का कहना है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की वजह से ही देश का बंटवारा हुआ और लाखों की संख्या में हिंदुओं का कत्लेआम किया गया.
ग्वालियर से गोडसे का गहरा नाता
ग्वालियर शुरू से ही हिंदू महासभा का गढ़ रहा है और इस कार्यालय में हत्यारे नाथूराम गोडसे ने भी कई दिन गुजारे हैं. महात्मा गांधी की हत्या करने से पहले नाथूराम गोडसे यहीं पर आया था और इसी कार्यालय में रुका हुआ था. इसके साथ ही नाथूराम गोडसे ने ग्वालियर में ही बापू महात्मा गांधी को मारने के लिए पिस्टल खरीदी, उसकी ट्रेनिंग भी ली, ट्रेनिंग लेने के बाद नाथूराम गोडसे ट्रेन के माध्यम से दिल्ली गया और वहां जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गोली मार दी. इसलिए नाथूराम गोडसे और ग्वालियर का गहरा नाता रहा है.
बीजेपी के कमरे में गांधी, मन में गोडसे- कांग्रेस
हिंदू महासभा के इशारों से तो ऐसा लग रहा है कि अब मध्य प्रदेश को गोडसे का प्रदेश बनाना चाहती है. यही वजह है कि वे लगातार सरकार और जिला प्रशासन को चैलेंज कर हत्यारे गोडसे का गुणगान कर रही है, उसकी लगातार प्रदेश में प्रसिद्धि बढ़ रही है.। इसी को लेकर विपक्षी पार्टी आरोप लगा रही है. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि बीजेपी पार्टी बापू को पल-पल मार रही है, उनका गला घोंट रही है.उनके कमरों में दिखाने के लिए गांधीजी की तस्वीर जरूर लगी हुई है, लेकिन उनके मन में हत्यारा गोडसे बैठा हुआ है.
बापू हम शर्मिंदा हैं!
बरहाल इस बापू के देश में उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की पूजा-अर्चना और जय जयकार होना, मध्य प्रदेश और उसकी सरकार के लिए शर्मिंदगी की बात है. हिंदू महासभा के द्वारा की जा रही गोडसे की पूजा को सरकार में शामिल लोग अभिव्यक्ति की आजादी बता रहे हैं. ऐसे में सरकार की अभी भी आंखें नहीं खुली तो शायद ग्वालियर में स्थित यह हिंदू महासभा इस प्रदेश को गोडसे का प्रदेश बनाने में कामयाब ना हो जाए, लेकिन इस देश और प्रदेश की जनता बापू के एक-एक खून के कतरे की कर्जदार है. बापू उनके दिल में जिंदा हैं और जिंदा रहेंगे.
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