ग्वालियर। पिछले महीने संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों के खर्च का ब्योरा कोष एवं सांख्यिकी विभाग ने चुनाव आयोग और राज्य निर्वाचन पदाधिकारी को भेज दिया है. इस रिपोर्ट में खास बात यह है कि कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह ने अपने प्रचार में सबसे ज्यादा खर्च किया है, वहीं निर्दलीय प्रत्याशी केशव राव ने 1 रुपए भी प्रचार पर खर्च नहीं किया है.
चुनाव में किसी ने खर्च किए करोड़ों, तो किसी का प्रचार में नहीं लगा एक भी रुपया, सांख्यिकी विभाग ने भेजा ब्योरा
हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों ने अपने चुनाव प्रचार में कितना खर्च किया है, इसका पूरा ब्योरा कोष एवं सांख्यिकी विभाग ने चुनाव आयोग और राज्य निर्वाचन पदाधिकारी को भेज दिया है.
लोकसभा चुनाव निपटने के बाद सभी प्रत्याशियों को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद 1 महीने का वक्त दिया जाता है, ताकि वे प्रचार-प्रसार पर किए गए खर्च का ब्योरा सांख्यिकी विभाग को सौंप सकें. लिहाजा सभी प्रत्याशियों ने अपने खर्च का ब्योरा कोष एवं सांख्यिकी विभाग को पिछले सप्ताह सौंप दिया है. ग्वालियर लोकसभा चुनाव में कुल 18 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी. इसमें बीजेपी प्रत्याशी विवेक नारायण शेजवलकर करीब डेढ़ लाख वोटों से विजयी हुए थे.
खर्च के लिहाज से बीजेपी सांसद विवेक नारायण शेजवलकर दूसरे नंबर पर रहे. उन्होंने कुल 37 लाख रुपए अपने प्रचार पर खर्च किए, जबकि इसके उलट हारने वाले कांग्रेस के प्रत्याशी अशोक सिंह सबसे ज्यादा यानि 49 लाख रुपए खर्च करने वाले प्रत्याशी थे. अपने प्रचार पर 1 भी रुपए खर्च नहीं करने वाले केशवराव चौधरी सबसे कम खर्चीले निकले. उन्होंने सिक्योरिटी मनी यानि 25 हजार रुपए के अलावा कुछ भी खर्च नहीं किया.