डिंडौरी।बैगा जनजाति की प्रसूता महिलाओं को राज्य सरकार द्वारा पोषण आहार के लिए 1 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि दिए जाने का प्रवाधान है. लेकिन डिंडौरी जिले के बजाग जनपद क्षेत्र के सुनिया माल पंचायत के बंजर टोला गांव में रहने वाली बैगा महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. बैगा महिलाओं ने डिंडौरी जिला कलेक्टर से मुलाकात कर योजना का लाभ दिलाए जाने की मांग की है. जिस पर कलेक्टर ने अधिकारियों मामले की गड़बड़ियों की जांच कर तुरंत लाभ दिलाए जाने के निर्देश दिए है.
डिंडौरीः सरकार की योजनाओं से वंचित हैं बैगा महिलाएं, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश - डिंडौरी
डिंडौरी जिले के बजाग जनपद क्षेत्र के सुनिया माल पंचायत के बंजर टोला गांव में रहने वाली प्रसूता बैगा महिलाओं को राज्य सरकार द्वारा पोषण आहार के लिए 1 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि दिए जाने की योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. जिस पर डिंडौरी कलेक्टर ने महिलाओं को लाभ दिलाएं जाने का भरोसा दिलाया है.
जनसुनवाई के दौरान बैगा महिलाओं ने कलेक्टर कार्यालय में लगभग दो घंटे तक डेरा जमाए रखा. उनका आरोप था कि चुनाव के दौरान नेता उनसे वोट मांगने तो पहुंचते हैं. लेकिन चुनाव के बाद उनकों मिलने वाली योजनाओं का लाभ तक दिलाने की कोशिश तक नहीं करते. कलेक्टर को जैसे ही इस मामले का पता लगा उन्होंने तुरंत सभी बैगा महिलाओं को कलेक्टर कार्यालय के अंदर बुलाकर उनसे संवाद किया. बैगा महिलाओं का आरोप था कि जब से बैगा महिलाओं के लिए सरकार की पोषण अनुदान योजना शुरू हुई है, तब से अब तक उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिला है. महिलाओं का आरोप था कि ग्राम के सचिव उन्हें दस्तावेजों का हवाला देकर सालों से चक्कर कटवा रहे हैं.
डिंडौरी जिला कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बैगा महिलाओं की समस्यायों को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि इनकी सभी समस्याएं पर तुरंत काम किया जाए क्योंकि अब ये महिलाएं हमारे पास नहीं आएंगी, बल्कि हम इनके पास जाएंगे. कलेक्टर ने राजस्व और बैगा ट्राइबल विभाग की संयुक्त टीम उस संबंधित गांव में भेजने के निर्देश भी दिए हैं.