डिंडौरी। मध्यप्रदेश में सरकारी स्कूलों की हालात कितनी खराब हैं इसकी तस्वीर डिंडौरी जिले के चौबीसा हायर सेकेंडरी स्कूल की तस्वीरों को देखकर लगाया जा सकता है. आदिवासी विकास विभाग के मंत्री ओमकार मरकाम के गृह जिले के इस सरकारी स्कूल के बच्चे तंबू और पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं.
तंबू और पेड़ के नीचे पढ़ने को मजबूर छात्र 4 कमरे, 581 छात्र, कैसे हो पढ़ाई ?
शहपुरा विधानसभा क्षेत्र के मेहंदवानी विकासखंड के चौबीसा हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या 581 है और स्कूल में सिर्फ 4 ही कमरे हैं, जिससे बच्चों को स्कूल प्रबंधन तंबू लगाकर व पेड़ के नीचे बैठाकर पढ़ना पड़ रहा है. वहीं स्कूल स्कूल में ब्लैक बोर्ड तक की व्यवस्था नहीं है.
पढा़ई हो रही है प्रभावित
छात्रों ने बताया कि ऐसे माहौल में उनकी पढा़ई प्रभावित हो रही है, लेकिन आसपास कोई दूसरा स्कूल नहीं होने के कारण उन्हें मजबूरी में इसी स्कूल में पढ़ना पड़ रहा है. स्कूल के प्राचार्य की मानें तो उन्होंने स्कूल कीस मस्याओं की जानकारी अधिकारी को दी है, लेकिन अधिकारियों ने अब तक स्कूल की सुध नहीं ली है.
शिक्षक रवि कुमार ने बताया की यहां स्कूल भवन ना होने से बच्चों और शिक्षकों को परेशान होना पड़ता है.
कब मिलेगा स्कूल भवन ?
बता दें कि चौबीसा जैसे जिले में दर्जनों स्कूल हैं जो भवनों की कमी से जूझ रहे हैं. भवन नहीं होने के कारण कहीं स्कूल गोदाम में तो कहीं खुले आसमान के नीचे लग रहे हैं और आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी सबकुछ जानकर भी अंजान बने बैठे हैं.