देवास। समर्थन मूल्य की खरीदी में कई विसंगतियों के कारण परेशान किसानों ने मंगलवार को अपनी उपज बिक्री के लिए मंडी की ओर रुख कर लिया देखते ही देखते मंडी में प्रांगण में ट्रैक्टर ट्रॉली का जमावड़ा लग गया. 700 से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉली मंडी में पहुंच गई. स्थिति यह निर्मित हुई की ट्रैक्टर ट्रॉली को टीन सेट में खड़े करने की जगह नहीं मिलने पर किसानों ने उन्हें खुले मैदान में खड़ा कर दिया, जिससे आवागमन में भी भारी परेशानी पैदा हो गई.
किसान एक दूसरे पर विवाद करने लगे कि जिसकी ट्रॉली पहली आयी उसकी फसल पहले बिकेगी. मंडी प्रांगण में व्यवस्था के लिए अधिकारी एवं पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा, लगभग 1 घंटे की मशक्कत के बाद किसान बड़ी मुश्किल से माने फिर कहीं जाकर उपज का विक्रय शुरू हो सका.
मौके पर पहुंचे एसडीएम संतोष तिवारी, तहसीलदार एवं प्रभारी मंडी सचिव राधा मंहत, थाना प्रभारी सज्जन सिंह मुकाती, पुलिस बल के साथ मंडी प्रांगण पहुंचे और व्यवस्था को सुचारू कराने के लिए व्यापारी और किसानों के साथ लगातार बातचीत करते रहे. कई बार किसान एक दूसरे किसान पर आरोप लगाते हुए उग्र भी हुए.
मंगलवार को अपनी उपज की बिक्री के लिए पहुंचने वाले किसानों में देवास जिले के अलावा खंडवा, हरदा, होशंगाबाद और सीहोर जिले के किसान भी शामिल थे. जिसके चलते मंडी में भारी आवाक देखी गई. उधर कृषि उपज मंडी खातेगांव की सचिव और तहसीलदार राधा महंत द्वारा जारी जानकारी के मुताबिक कृषि उपज मण्डी समिति, खातेगांव में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के तहत किसानों का पंजीयन कर एसएमएस के माध्यम से कृषकों को मण्डी प्रांगण में बुलाया जा रहा था.
26 मई 2020 को बिना एसएमएस किए गए किसानों को बुलाया गया था पर लगभग 700 ट्रॉलियां प्रांगण में आ गई हैं. जिसकी एक दिन में खरीद करना संभव नहीं है. कृषकों द्वारा मांग की गई कि पुरानी एसएमएस वाली व्यवस्था ही प्रारम्भ की जाए. अतः तत्काल दोनों गेटों को बन्द करवाकर नवीन आवक पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है और मण्डी की वर्तमान आवक को ही 27 मई को बेचा जाएगा.