दतिया। इस समय रबी फसलों का सीजन चल रहा है, जिसमें किसान खेती में व्यस्त हैं. खेतों में गेहूं की फसल को तैयार किया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ सिंचाई विभाग की अनदेखी की वजह से कई किसान बर्बाद हो गए हैं. ताजा मामला सुनार गांव का है, जहां सिंध नहर परियोजना की सब माइनर क्षतिग्रस्त होने से लगभग डेढ़ सौ बीघा के क्षेत्रफल में पानी भर गया है, जिससे किसानों की गेहूं की फसल बर्बाद और नष्ट हो गई है.
सब माइनर क्षतिग्रस्त होने से गेहूं की फसल हुई बर्बाद किसान अब सिंचाई विभाग की लापरवाही और अनदेखी को कोसते नजर आ रहे हैं. पीड़ित किसान कई बार इसकी शिकायात कर चुकी हैं, लेकिन सिंचाई विभाग अधिकारियों ने इस समस्या पर ध्यान ही नहीं दिया. ऐसी स्थिति में किसान लापरवाह प्रशासनिक अधिकारियों से मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
सुनार गांव से बाबूलाल राजपूत, मातादीन राजपूत, केसर पाल, शशिकांत राजपूत, अमित राजपूत, राकेश गोस्वमी, रामेश्वर राजपूत, किशोर सिंह, अरविंद राजपूत, ओमप्रकाश राजपूत, सुजैन सिंह राजपूत, प्रतिपाल राजपूत, संजय राजपूत, जितेंन्द्र राजपूत किसानों के खेतो में पानी भर गया है, जिससे फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है.
पूरे जिले में मटर, सरसों, चना, मसूर के अलावा गेहूं की फसल उगाई जा रही थी. इस बार भी अधिकतर किसानों ने अपने खेतों में गेहूं की फसल की बोवनी की है. दो दिन पहले मौसम के बिगड़ने से लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही थी. साथ ही सिंचाई विभाग का नहरों में पानी चलता रहा, जिसकी वजह से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ी.