मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

कलेक्ट्रेट के बाहर बुजुर्ग ने पत्थर मारकर खुद को किया लहूलुहान, विधायक रामबाई की भी उतारी हेकड़ी - damoh news

दमोह के फुटेरा गांव के ग्रामीणों ने पीने के पानी की समस्या को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर ही धरना देना शुरु कर दिया. जब ग्रामीणों को संतोष जनक जवाब नहीं मिला तो एक बुजुर्ग ग्रामीण प्रकाश ने अपने सर पर पत्थर मार लिया और विधायक रामबाई की हेकड़ी भी सब के सामने उतार दी.

कलेक्ट्रेट के बाहर बुजुर्ग ने खुद को किया लहूलुहान

By

Published : Sep 18, 2019, 11:47 AM IST

दमोह। जिले की पथरिया विधायक रामबाई सिंह अपने बयानों और वायरल वीडियो के चलते अक्सर ही सुर्खियों में रहती हैं, लेकिन इस बार एक बुजुर्ग ने विधायक रामबाई की हेकड़ी भी सब के सामने उतार दी. जिले के फुटेरा गांव के ग्रामीण पीने के पानी की समस्या को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. लोगों ने कलेक्टर दफ्तर के बाहर ही धरना देना शुरू कर दिया और इसका नेतृत्व 75 साल के एक बुजुर्ग प्रकाश राय कर रहे थे. इसी दौरान जिले के एडिशनल कलेक्टर आनंद कोपरिया मौके पर पहुंचे. जब ग्रामीणों को संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो बुजुर्ग प्रकाश ने अपने सिर पर पत्थर मार लिया और लहूलुहान हो गए.

ये ग्रामीण जिस इलाके से आए थे, वो इलाका बसपा विधायक रामबाई सिंह का विधानसभा क्षेत्र है. जिस समय ये सब चल रहा था विधायक रामबाई भी कलेक्ट्रेट से बाहर आ रही थीं. अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों को देखा, तो वे आगबबूला हो गईं. मौके पर मौजूद एडिशनल कलेक्टर को निर्देश देने लगीं कि ये बुजुर्ग लोगों को भड़का रहा है और पागल है.

कलेक्ट्रेट के बाहर बुजुर्ग ने खुद को किया लहूलुहान

इस दौरान बुजुर्ग बहुत प्यार से बात करके अपनी समस्या बता रहा था, लेकिन विधायक ने उसे भी अपनी स्टाइल में चमकाना शुरू किया, तो बुजुर्ग ने भी लगे हाथ हिसाब बराबर कर लिया. इस बार विधायक की वैसे नहीं चल पाई, जैसे अक्सर उनके वीडियो सामने आते हैं. हेकड़ी उतरते ही विधायक किसी से बात किए बिना मौके से चली गईं. वहीं अधिकारियों ने घायल बुजुर्ग को जिला अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया. इस मामले में विधायक भी कुछ नहीं बोल रही हैं और न ही जिम्मेदार अधिकारी कैमरे का सामना कर रहे हैं.

ऐसा पहली बार नहीं है कि जिला कलेक्ट्रेट में अपनी समस्याओं को लेकर आने वाले लोगों ने स्वयं को घायल किया हो या फिर किसी भी प्रकार का हंगामा किया हो. पहले भी समस्याओं का समाधान नहीं होने के कारण लोगों ने कलेक्ट्रेट परिसर में आत्महत्या तक का प्रयास किया है. ऐसे हालात में प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल उठना लाजमी है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details