कलाकारों ने बनाया इको फ्रेंडली रावण, दिया पर्यावरण बचाने का संदेश - दमोह
बिना प्लास्टिक का प्रयोग किए बेहतरीन कलाकारी का प्रदर्शन करने वाले कलाकार भारतीय कला के पुरातन स्वरूप को आज भी जिंदा रखे हुए हैं. ऐसे ही उत्तर प्रदेश के जालौन से आए मुस्लिम परिवार के लोग हर साल इको फ्रेंडली रावण बनाते हैं. जिसमें प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाता.
इको फ्रेंडली रावन
दमोह। सरकार प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा रही है, जिसके चलते जिले में इको फ्रेंडली रावण का निर्माण किया जा रहा है और बिना प्लास्टिक का उपयोग किए 45 फीट लंबे रावण का निर्माण कलाकारों की कला का अद्भुत नमूना है.
इरशाद खान के परिवार का कहना है कि उनकी कई पीढ़ियां रावण के पुतलों का निर्माण करती आ रही है और वे लोग भी इसी तरह से रावण के पुतलों का निर्माण कर रहे हैं. रावण के पुतले का निर्माण करने में बांस, कागज, गोंद, रंग, मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें किसी प्रकार के प्लास्टिक का प्रयोग नहीं होता.