कोटा/दमोह।कोटा के महावीर नगर इलाके में कोचिंग छात्र के सुसाइड का मामला सामने आया है, जहां छात्र ने शुक्रवार को फांसी का फंदा लगा लिया. जिसका पता देर रात 10:30 बजे पुलिस को चला. पुलिस ने रात 12:00 बजे उसकी बॉडी को कब्जे में लेकर एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है, जहां पर आज उसके परिजनों के आने के पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया होगी. (MP Student Suicides In Kota) (Damoh Engineering Aspirant Suicide)
मध्य प्रदेश का छात्र: मध्य प्रदेश के दमोह निवासी 16 वर्षीय प्रथम जैन 1 जून को ही कोटा इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी करने गया था. वह ग्यारहवीं के साथ कोटा के निजी कोचिंग संस्थान में पढ़ाई कर रहा था. छात्र ने हॉस्टल रूम के बाथरूम में ही अंदर की चटकनी से फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड किया है (Student Hang Himself). सुसाइड नोट भी मिला है. जिसे उसने अपने मां पिता के नाम लिखा है. ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाने का दर्द बयां करते इस खत में उसने अपने मम्मी पापा से सॉरी मांगी है. लिखा है कि, "मैं आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया हूं."
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दोपहर से बाहर नहीं निकला था छात्र: जवाहर नगर थानाधिकारी की रामकिशन ने बताया कि, "उन्हें शुक्रवार रात 10:30 बजे कोचिंग छात्र के आत्महत्या की सूचना मिली थी. इसके बाद में महावीर नगर स्थित शांतिकुंज हॉस्टल में पहुंचे, जहां पर छात्र रहता था. बालक को शुक्रवार सुबह 10:30 बजे ही अन्य छात्रों ने देखा था. इसके बाद भी नजर नहीं आया. साथ ही दूसरे छात्रों से दोपहर में बुलाने भी गए थे, लेकिन गेट खटखटाया पर दरवाजा नहीं खुलने पर उन्होंने सोचा कि सो रहा होगा. ऐसे में मैं वापस लौट गया था. (Kota Coaching Student Dies By Suicide) शाम को भी वह खाना खाने के लिए नहीं पहुंचा था, हॉस्टल संचालक ने इसकी पड़ताल शुरू की और खिड़की से देखा तो पाया कि छात्र फांसी के फंदे से लटका हुआ है.
23 घंटों तक नहीं चला पता चला: जवाहर नगर सीआई रामकिशन का मानना है कि "छात्र ने दोपहर में ही सुसाइड कर लिया था, लेकिन इसकी जानकारी रात को 10:00 बजे होटल संचालक को लगी है. हालांकि इस मामले में सामने आ रहा है कि छात्र ने सुबह भी भोजन नहीं किया लेकिन हॉस्टल संचालक और वार्डन ने इस बारे में कोई ध्यान नहीं दिया. छात्र के कोचिंग नहीं जाने और खाना नहीं खाने के बावजूद भी कोई पड़ताल नहीं की गई. इसे होटल का मिस मैनेजमेंट या लापरवाही माना जा सकता है." संचालक दीपक चौधरी से जब इस संबंध में पूछा गया उनका कहना था कि, "वो सुबह 10:00 बजे सोकर उठा था, कोचिंग में नहीं गया था. उससे बातचीत हुई थी. उन्होंने कहा कि सुसाइड का पता उन्हें रात में ही चला हैं."