छिंदवाड़ा।जिले के रानी कोठी कोविड सेंटर में इलाज कराने वाले बुजुर्ग ने कोविड सेंटर पर बड़ा आरोप लगाया है. बुजुर्ग का कहना है कि वो कोरोना पॉजिटिव नहीं था, और डॉक्टरों ने बिल बनाने के लिए उनका गलत इलाज किया. गलत इलाज कर 5 लाख 75 हजार का बिल थमा दिया है. इस बात को लेकर बुजुर्ग धरने पर बैठ गए थे. दरअसल इस अस्पताल को कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ की अनुशंसा पर मार्च माह में खोला गया था. यह अस्पताल अमरावती की एक संस्था का है. इस मामले में अस्पताल प्रबंधन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
बुजुर्ग ने अस्पताल पर लगाया गलत इलाज का आरोप वहीं मामले में जुन्नारदेव विधायक सुनील उईके ने कमलनाथ का बचाव करते हुए ईटीवी भारत से कहा कि 'हमारे आग्रह पर आकर यदि कोई गलत काम करता है, तो जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी'.
कमलनाथ और नकुलनाथ की अनुशंसा पर खुला अस्पताल
सतपुड़ा कोविड अस्पताल के नाम से हॉस्पिटल अमरावती की सरस्वती हरवानी चैरिटेबल ट्रस्ट संचालित कर रही है. जो मार्च महीने में शुरू किया गया था, वहीं अस्पताल खुलने के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के प्रयास बताए गए थे. इस मामले पर जुन्नारदेव विधायक ने कहा कि उनकी अनुशंसा पर अमरावती की संस्था को अस्पताल खोलने की अनुमति दी गई थी.
कमलनाथ को एक रात भी चैन की नींद नहीं सोने दूंगा : कैलाश विजयवर्गीय
यह है पूरा मामला
सतपुड़ा कोविड अस्पताल के बाहर एक कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग मरीज, पैथोलॉजी लैब द्वारा गलत रिपोर्ट दिए जाने के विरोध में धरने पर बैठ गए, उन्होंने आरोप लगाया था कि अस्पताल द्वारा उनका जो टेस्ट के लिए जिस पैथोलॉजी लैब में भेजा गया था उसने उनकी गलत रिपोर्ट दी, जिस कारण डॉक्टरों ने उनका गलत इलाज किया है, वहीं अस्पताल प्रबंधन ने 5 लाख 75 हजार का बिल थमा दिया.
दोषियों पर होगी कार्रवाई- विधायक
ईटीवी भारत से जुन्नारदेव विधायक ने कहा कि अमरावती की संस्था को रानी कोठी में अस्पताल खोलने की अनुमति पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुल नाथ की अनुशंसा पर दी गई थी. उन्होंने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है, यदि इस मामले में कोई सच्चाई निकलती है, तो संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, यहां टेक्निकल रूप से जांच का विषय है.
भाजपा ने उठाए सवाल
इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है, कि निजी अस्पताल खोलकर कमलनाथ लोगों की हत्या करा रहे हैं. कमलनाथ व्यापारी हैं और 40 वर्षों से वह छिंदवाड़ा की जनता के दम पर व्यापार करते हुए बड़े उद्योगपति बन गए हैं, अब अस्पताल खुलवा कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है, वहीं गलत रिपोर्ट के जरिए इलाज कराकर लोगों को मारा भी जा रहा है.