छिंदवाड़ा। जिले के लोगों ने वस्त्रम बैंक की सहायता से प्रेमा आदिवासी कल्याण संस्था का गठन किया है. संस्था के सदस्य लोगों को पॉलिथीन मुक्त शहर बनाने की सलाह देकर कपड़े की थैली मुफ्त में बांट रहे है. साथ ही अमीरों संस्था रिजेक्टेड कपड़े जो दोबारा पहने जा सके, उन्हें भी इकट्ठा करके गरीबों में दे रही है.
पॉलीथिन मुक्त शहर के लिए प्रशासन ने की शुरुआत, लोगों को बांटी कपड़े की थैली
छिंदवाड़ा में प्रेमा आदिवासी कल्याण संस्था का गठन किया गया है. संस्था का उद्देश्य शहर को पॉलिथिन मुक्त बनाना और गरीबों की मदद करना है.
संस्था के सदस्यों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से देश को पॉलिथीन मुक्त बनाने के लिए अपील की थी उनके भाषण से प्रभावित होकर उन्होंने इस संस्था का गठन किया है. संस्था में अधिकतर वे लोग जुड़े हैं जो बैंक में कार्यरत हैं या बैंक से रिटायर हो चुके हैं. इस संस्था का उद्देश्य शहर को पॉलिथीन मुक्त बनाना और गरीबों की मदद करना है. संस्था के सदस्यों ने बाजारों में कपड़े की थैली फ्री में देना शुरू किया है. अमीर लोगों के घरों से अच्छे कपड़े बेकार डाल दिए जाते हैं उन्हें इकट्ठा कर जरूरतमंद गरीबों में बांट रहे है.