मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

40 साल से जमा कचरे से बनाई जा रही जैविक खाद - कचरे की खाद

छिंदवाड़ा के पांढुर्णा में 40 साल से जमा कचरे से नगर पालिका खाद बना रही है. जिससे दो तरह की खाद तैयार की जा रही है, जिसका उपयोग सीमाई क्षेत्रों में लगे पौधों के लिए किया जा रहा है.

Municipality making manure from waste materials
कचरे से बन रही खाद

By

Published : Dec 19, 2019, 8:31 PM IST

Updated : Dec 19, 2019, 10:10 PM IST

छिंदवाड़ा। पांढुर्णा तहसील क्षेत्र में डंपिंग ग्राउंड में 40 साल से जमा कचरे से नगर पालिका खाद बना रही है. जिसका उपयोग शहर के सीमाई क्षेत्रों में लगाए गए पौधों के लिए किया जाएगा. इस कचरे से दो तरह की खाद तैयार की जा रही है. सालों से जमा सूखा कचरा जो पूरी तरह सड़ चुका है, उसे ट्रामेल मशीन में डालकर बारीक खाद तैयार किया जा रहा, जबकि दूसरी ओर हरी-सूखी पत्तियों से खाद बनाने की प्रक्रिया चल रही है.

कचरे से बन रही खाद

नगर पालिका के सहायक यंत्री सोनू सकवार के मुताबिक शहर के 30 वार्डों से रोजाना 12 टन गीला-सूखा कचरा निकलता है. जिसमें 8 टन कचरा गीला होता है, जबकि 4 टन कचरा सूखा होता है. इस कचरे को जुटाने के लिए रोजाना 7 कचरा वाहन दिन भर गली-मोहल्लों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं. नगर पालिका ने कचरा डंपिंग ग्राउंड में कुल 12 टांके बनाए गए हैं. जिनमें हरी सूखी घास और पत्तियों को 45 दिन तक रखकर मिट्टी और गोबर डालकर पानी डाला जाता है. जिसके बाद उसकी सफाई कर खाद तैयार की जाती है. वहीं एक टाके से लगभग 50 बोरी खाद तैयार की जाती है.

फिजाओं में घुली डंपिंग ग्राउंड की बदबू करीब 30 वार्ड के लोगों का जीना मुहाल कर रखी है. दिन-रात बदबू से वार्डवासियों की मुसीबत बढ़ गई है. वार्डवासियों ने कई बार डंप कचरा हटाने की गुहार नगर पालिका से लगाई, लेकिन अभी तक कचरे को बाहरी इलाके में शिफ्ट नहीं कराया गया है. हालांकि नगर पालिका को कलमगांव में कचरा डंपिंग के लिए जगह आवंटित हुई है, जहां काम जारी है.

Last Updated : Dec 19, 2019, 10:10 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details