छतरपुर। जिले के मझगवां गांव में पिछले तीन दिनों से लाइट नहीं होने की वजह से गांव में रहने वाले छात्रों को खासी परेशानी हो रही है. ग्रामीणों का कहना है कि इस साल खेती में खासा नुकसान हुआ है और मुआवजा भी नहीं मिला है. यही वजह है कि बिजली का बिल बकाया रह गया और अब बिजली विभाग के अधिकारियों ने गांव की बिजली भी काट दी है.
तीन दिनों से नहीं है छतरपुर के मझगवां गांव में लाइट, छात्र हो रहे परेशान - सरपंच गणेश सिंह
पिछले तीन दिनों से लाइट नहीं होने की वजह से छतरपुर के मझगवां गांव के ग्रामीण खासे परेशान हैं. कुछ दिनों बाद हाईस्कूल की परीक्षाएं भी हैं, लेकिन बिजली नहीं होने से छात्रों को पढ़ाई करने में काफी दिक्कतें हो रही हैं.
पिछले तीन दिनों से गांव में बिजली नहीं होने की वजह से गांव के लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गांव में रहने वाले छात्रों का कहना है कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं नजदीक हैं, ऐसे में लाइट के नहीं रहने की वजह से उनकी पढ़ाई में खासा नुकसान हो रहा है. अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में उनकी पढ़ाई पर भी गहरा असर पड़ सकता है.
गांव के लोगों की मानें तो पिछले तीन दिनों से गांव में लाइट नहीं है. MPEB आगे भी लाइट नहीं देने की बात कह रही है. ग्रामीणों का कहना है कि 40% बिल जमा कर दिया गया है. सरकार ने बिल माफ करने की बात कही थी, लेकिन बिल माफ नहीं हुए और आखिरकार गांव की लाइट काट दी गई है. गांव में लाइट नहीं होने की वजह से गांव में रहने वाली महिलाओं को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं गांव के सरपंच गणेश सिंह का कहना है कि गांव में तीन दिनों से लाइट नहीं है. MPEB का कहना है कि गांव के लोगों ने बिल जमा नहीं किया है. सरपंच का कहना है कि वो जल्द से जल्द विद्युत विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे, ताकि गांव में लाइट आ सके और बच्चों का भविष्य बर्बाद ना हो. वहीं मामले में विद्युत विभाग और उनके अधिकारी कुछ भी कहने से साफ इनकार कर रहे हैं.