छतरपुर। डबरा में सरसों की फसल काटने गए सात मजदूरों को खाली हाथ पैदल 370 किलोमीटर लौटना पड़ा. जिसके बाद इनकी कोरोना टेस्टिंग की गई और इन्हें क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है.
डबरा से लौटे सात मजदूरों की हुई स्क्रीनिंग, किया गया क्वॉरेंटाइन
बड़ामलहरा के फुटवारी गांव से डबरा में सरसों की फसल काटने गए सात मजदूर पैदल चलकर वापस लौट आए हैं जिसके बाद उनका चेकअप किया गया और उन्हें क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है.
यह मजदूर 18 मार्च को अपने गांव बड़ामलहरा अनुभाग के फुटवारी से डबरा सरसों की फसल कटाई करने गए हुए थे. लेकिन कोरोना महामारी को लेकर देश में लॉकडाउन हो गया. जिसके कारण इन मजदूरों को खाली हाथ 370 किलोमीटर का पैदल सफर तय करते हुए अपने गांव वापस लौटना पड़ गया.
बता दें कि प्रशासन ने सातों मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग करा कर उन्हें क्वॉरेंटाइन कर दिया है. प्रवासी मजदूर हरिराम आदिवासी ने बताया है कि वे लोग फुटवारी गांव से डबरा में सरसों की फसल काटने गए थे. दो-चार दिन फसल कटाई का काम किया और लॉकडाउन हो गया जिस कारण मजदूरी नहीं मिली जिसके बाद वे पैदल घर के लिए निकल गए.