छतरपुर। मामला जिले के नौगांव जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत गौर का है जहां पर 29 मार्च को गाजियाबाद से लौटे एक परिवार को होम आइसोलेशन पर रखा गया था. लेकिन परिवार के एक वृद्ध की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके कारण ग्राम पंचायत के सचिव ने डॉक्टर की सलाह पर उसे नवीन माध्यमिक शाला में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया.
सवालों के घेरे में क्वॉरेंटाइन सेंटरों की व्यवस्था, वृद्ध को 24 घंटे तक ताला लगाकर किया गया क्वॉरेंटाइन - क्वारंटाइन सेंटरों
जिले में क्वॉरेंटाइन सेंटरों की व्यवस्थाएं अब सवालों के घेरे में है. नौगांव जनपद के ग्राम पंचायत गौर में एक वृद्ध को स्कूल में अकेले ताला लगाकर क्वॉरेंटाइन कर दिया गया. बुजुर्ग को 24 घंटे तक खाना और पीने के लिए पानी तक मुहैया नहीं कराया गया.
लेकिन क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था तो राम भरोसे थी. क्वॉरेंटाइन सेंटर में न तो पीने के पानी की व्यवस्था है न ही बिजली की व्यवस्था है.उसे न तो खाना उपलब्ध कराया गया ओर न ही उसके लिए पीने के पानी की व्यवस्था की गई. बल्कि उसे ताले लगाकर बंद कर दिया. जिससे वह बाहर न निकल सके.
दो दिन से भूख और प्यास से परेशान वृद्ध ने राहगीरों से मदद की गुहार लगाई. वृद्ध लटोर पाल को ताले में बंद करने की सूचना जैसे ही मीडियाकर्मियों को मिली मीडियाकर्मियों ने तुरंत मामले हस्तक्षेप किया और वृद्ध के परिवार को बुलाकर वृद्ध के लिए पानी और खाने की व्यवस्था करवाई. मामले की सूचना तहसीलदार आंनद कुमार जैन को भी दी गई उन्होंने तुरंत स्थानीय अमले को वृद्ध लटोरा के लिए उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए.