छतरपुर। लगातार अवैध रूप से रेत का उत्खन्न किया जा रहा है. ऐसे माफियाओं को ना तो प्रशासन का डर होता है और ना ही कानूनी कार्रवाई का. ऐसा ही ताजा मामला छतरपुर जिले का है, जहां चन्द्रनगर रेंज में स्थित केन नदी में रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा था, जिस पर रेंजर ने कार्रवाई करते हुए पकड़ लिया, लेकिन उलटा उसे ही लोकायुक्त के कर्मचारी द्वारा धमकी मिली.
रेंजर द्वारा अवैध रेत खनन के खिलाफ कार्रवाई ट्रैक्टर जब्त
पन्ना टाइगर रिजर्व के लालर लिपटा के पास महिंद्रा ट्रैक्टर में रेत भरी जा रही थी. चंदननगर रेंज ऑफिसर रामजी शर्मा को इसकी सूचना मिली. सूचना मिलते ही मौके पर जाकर अवैध रेत भर रहे ट्रैक्टर को पकड़कर जब्त कर लिया गया. वहां मौजूद ट्रैक्टर चालक महेंद्र अहिरवार से पूछताछ की गई, तो पता चला कि यह ट्रैक्टर लोकायुक्त कर्मचारी गणेश कुशवाहा के भाई पप्पू का है, जो दसईपूरा का निवासी है.
4 लाख की दी जा थी रिश्वत
रेत के अवैध उत्खनन से केन नदी में घड़ियाल, मगरमच्छ, कछुआ जैसे जीवों को नुकसान पहुंच रहा है. चंदननगर रेंजर रामजी शर्मा ने अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर के खिलाफ भारतीय अधिनियम 1927 के तहत कार्रवाई की गई. रेंजर की इस कार्रवाई से लोकायुक्त कर्मचारी ने पहले रेंजर रामजी शर्मा को 4 लाख रुपए लेकर मामला रफा- दफा करने का लालच दिया, लेकिन रेंजर ने इन पैसों को नहीं लिया. बात नहीं मानने पर लोकायुक्त कर्मचारी ने रेंजर को धमकी दे डाली. इस कार्रवाई में रेंजर रामजी शर्मा सहित डिप्टी रेंजर रामाश्रय अहिरवार, वनपाल हरकेश गुर्जर अन्य की अहम भूमिका रही.