बुरहानपुर। जिले के गांव आमली में किसान अरुण पाटिल एक मिसाल बनकर सामने आए हैं. इस भीषण गर्मी में पेयजल के संकट ने लोगों को परेशान कर रखा है. ऐसे में किसी का भी ध्यान उन मूक मवेशियों पर नहीं है, जो अपनी व्यथा किसी को ज़बान से नहीं कह सकते हैं. ऐसे में बुरहानपुर के किसान अरुण इन मवेशियों को प्यास से बचाने के लिए सामने आए हैं. वे रोज़ाना 3 हजार से भी ज्यादा जानवरों को पानी पिला रहे हैं और उन्हें बिना पानी होने वाली मौत से बचा रहे हैं.
किसान ने पेश की मिसाल, फसल की परवाह न कर हजारों मवेशियों को पिला रहे हैं पानी
बुरहानपुर के किसान अरुण इन मवेशियों को प्यास से बचाने के लिए सामने आए हैं. वे रोज़ाना 3 हजार से भी ज्यादा जानवरों को पानी पिला रहे हैं और उन्हें बिना पानी होने वाली मौत से बचा रहे हैं.
मवेशियों की प्यास बुझाने की अनोखी पहल
सबसे बड़ी बात तो ये है कि उनके इस काम से उनके खेत में खड़ी फसल भी मुरझा रही है, लेकिन उन्हें इसकी परवाह नहीं है. जो पानी उन्हें खेत में सिंचाई के लिए चाहिए, उस पानी का इस्तेमाल वे मवेशियों को पिलाने में करके उनकी जान बचाने का सराहनीय काम कर रहे हैं.किसान अरुण पाटिल का कहना है कि फसल अगले साल भी सींच सकते हैं, लेकिन पानी के अभाव में अगर मवेशियों ने दम तोड़ दिया, तो इसकी भरपाई नहीं हो पायेगी.
किसान अरुण पाटिल का मवेशियों के लिये प्रेम
- वैसे तो किसान अपनी फसल को बचाने के लिए तमाम जतन करता है, लेकिन यहां किसान अरुण पाटिल गौ-माताओं को कुंड बनाकर पानी पिला रहे हैं.
- किसान के खेत में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था है, पर किसान की केले की फसल सूखने की कगार पर है.
- वजह ये है कि किसान अपनी फसल को पानी कम देते हुए कुंड के सहारे रोजाना हजारों मवेशियों को पानी पिला रहे हैं.
- किसान की सराहनीय पहल से आसपास के दर्जनों गांवों के कई पशु चरवाहे अपने मवेशियों को यहां पानी पिलाने के लिए लाते हैं.
- चरवाहों और ग्रामीणों ने किसान अरुण पाटिल की इस पहल की सराहना की है.