भोपाल।उमा भारती शराबबंदी की मांग करती रही हैं. अब शिवराज सरकार ने अपने शराबबंदी जागरुकता कैम्पेन में उन्हें शामिल करते हुए प्लानिंग कर ली है. सरकार दो अक्टूबर से नशे के खिलाफ जागरुकता अभियान शुरू करने जा रही है. लेकिन क्या वजह है कि उमा भारती ने अपने संगठन के जरिए समानान्तर अभियान छेड़ना चाहती हैं.(Agitation prohibition liquor in MP) इस अभियान को लेकर जो पोस्टर उनकी तरफ से जारी हुआ. गंगा तिरंगा की तरह इसे धर्म युध्द की संज्ञा दे रही उमा भारती का इस अभियान को अलग से धार देने की क्या कोई सियासी वजह भी है. (Sharabbandi muhim Uma Bharti)
बार-बार बयान बदलती हैं उमाभारती :कांग्रेस के मीडिया विभाग के चैयरमैन केके मिश्रा कहते हैं उमा भारती अपने राजनीतिक अस्तित्व की अविश्वसनीय लड़ाई लड़ रही हैं. वे सुबह कुछ कहती हैं और शाम को बयान बदल देती हैं. हालात ये हैं कि हमें भी उनके संदर्भ में टिप्पणी देने से पहले विचार करना पड़ता है. किसी भी राजनेता के लिए सबसे बड़ा संकट है, उसकी शाब्दिक विश्वसनीयता खो दे. उमा भारती की स्थिति वही हो गई है.