भोपाल। प्रदेश में आदिवासियों के लिए सरकार द्वारा लाए गए पेसा एक्ट को लेकर बीजेपी सांसद सुमेर सिंह सोलंकी के ट्वीट से प्रदेश की सियासत गरमा गई है. बीजेपी सांसद ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह सरकार के दौरान सबसे ज्यादा आदिवासियों की जमीनें बिकी हैं, लेकिन अब पेसा नियम से सभी अवैध अनुमति भूमि वापस आदिवासियों को मिलेगी. राघोगढ़ की आदिवासी भूमि भी भील राजा को वापस होगी. बीजेपी सांसद के ट्वीट पर दिग्विजय सिंह ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा कि 15 दिन में सबूत दें, नहीं तो मांफी मांगें.
दिग्विजय सिंह का पलटवार: विवाद की शुरूआत बीजेपी सांसद सुमेर सिंह सोलंकी के ट्वीट से हुआ. इस ट्वीट पर दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर पलटवार किया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी सांसद सरासर झूठ बोल रहे हैं. आप के पास कोई प्रमाण है क्या? अगले 15 दिन में प्रमाण दीजिए नहीं तो माफी मांगिए. एमपी पहला राज्य था, जिसने पेसा कानून लागू करने के लिए नियम बनाने की प्रक्रिया 1998 में शुरु कर ग्राम स्वराज अधिनियम लागू कर दिया था. दिग्विजय सिंह यहीं नहीं रूके उन्होंने एक और ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा कि आप में साहस है तो मेरे साथ पन्ना चल कर देख लीजिए. बीजेपी नेताओं द्वारा किस तरह आदिवासियों की जमीन पर धोखा देकर अपने नाम से रजिस्ट्री करा ली और कब्जा कर लिया. जिस बीजेपी नेता ने कब्जा किया है, वह आपके बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के खास हैं.