भोपाल।बिजली की बढ़ती दरें आम लोगों और उद्योंगों के पसीने छुड़ा रही हैं. मध्यप्रदेश में बिजली दरें सभी पड़ोसी राज्यों में सबसे ज्यादा है. पिछले दस सालों में प्रदेश में बिजली की दरें दोगुनी हो गई है. बिजली की बढ़ती कीमतों को देखते हुए अब लोग सोलर पैनल लगवाने में रूचि दिखा रहे हैं. वहीं ऊर्जा विकास निगम भी जल्द ही औद्योगिक क्षेत्र के लिए जल्द ही टेंडर निकालने जा रहा है.
40 किलोवाॅट क्षमता के लग चुके हैं संयंत्र
प्रदेश में सरकारी और प्राइवेट बिल्डिंगों को सोलर ऊर्जा से रोशन करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसके तहत प्रदेश की सभी सरकारी बड़ी इमारतों को सोलर ऊर्जा से रोशन किया गया है. ऊर्जा विकास निगम के पदाधिकारियों के मुताबिक प्रदेश में 2010-11 से अब तक 40 मेगावाॅट क्षमता के संयंत्र बिल्डिंगों पर स्थापित किए जा चुके हैं. वहीं अब सरकार रैस्को माॅडल यानी रिन्युअल एनर्जी सर्विस कंपनी के लिए जरिए सोलर पैनर स्थापित किए जा रहे हैं. इसकी खास बात पिछली निविदाओं में टैरिफ की दर 1.38 रुपए प्रति यूनिट दर आई है.
यहां लगेंगे सोलर पैनल
इस माॅडल में हितग्राही को कुछ भी पैसा नहीं लगाना पड़ा है. पूरा खर्च कंपनी वहन करती है. उधर अब ऊर्जा विकास निगम व्यवसायिक संस्थाओं और फैक्ट्रियों में भी इस माॅडल पर सोलर पैनल लगाने जा रहा है. निगम जल्द ही गोविंदपुरा, मंडीदीप, पीलूखेड़ी, पीथमपुर, मालनपुर, ग्वालियर के लिए एक साथ टेंडर निकाले जा रहा है.
साल दर साल ऐसे बढ़ती गई दरें
मध्यप्रदेश में बिजली की दरों में पिछले दस सालों में दो गुनी हो चुकी है. साल 2010-11 में घरेलू बिजली की दरें 3.92 और इंडस्ट्री की दरें 5.10 रुपए प्रति यूनिट थी, जो अब बढ़कर दो गुनी हो चुकी है. 2020 में इंडस्ट्री की बिजली दरें 8.71 रुपए प्रति यूनिट और घरेलू दरें 6.55 निर्धारित की गई हैं. यह बढोत्तरी बिजली कंपनियों के घाटे को पूरा करने के लिए की जाती है, हालांकि जानकारों की मानें तो अधिकारियों के मिस मैनेजमेंट और लापरवाही के चलते कंपनियों का घाटा बढ़ रहा है.
- साल 2011-12 में घरेलू दरें 4.07 और इंडस्ट्री की बिजली दरें 5.47
- साल 2012-13 में घरेलू दरें 4.66 और इंडस्ट्री की बिजली दरें 5.81
- साल 2013-14 में घरेलू दरें 4.35 और इंडस्ट्री की बिजली दरें 5.76
- साल 2014-15 में घरेलू दरें 4.68 और इंडस्ट्री की बिजली दरें 5.85
- साल 2015-16 में घरेलू दरें 5.04 और इंडस्ट्री की बिजली दरें 6.69
- साल 2016-17 में घरेलू दरें 5.34 और इंडस्ट्री की बिजली दरें 7.30
- साल 2017-18 में घरेलू दरें 5.85 और इंडस्ट्री की बिजली दरें 7.97
- साल 2018-19 में घरेलू दरें 5.98 और इंडस्ट्री की बिजली दरें 7.45
- साल 2019-20 में घरेलू दरें 6.43 और इंडस्ट्री की बिजली दरें 8.54
- साल 2020-21 में घरेलू दरें 6.55 और इंडस्ट्री की बिजली दरें 8.71
सोलर ऊर्जा से उद्योगों को होगा फायदा