भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार नवभारत साक्षरता कार्यक्रम (Navbharat Literacy Program) के तहत अगले पांच साल में उन 32 लाख से अधिक लोगों को बुनियादी ज्ञान मुहैया कराने की तैयारी में है, जिनकी आयु 15 साल से अधिक हो चुकी है और औपचारिक ज्ञान (Basic Education) का अभाव है. प्रदेश में करीब सवा करोड़ (1.25 Crores Illiterate in MP) ऐसे लोग हैं, जिन्हे शिक्षा का बुनियादी ज्ञान नहीं है. उम्मीद है कि 24 अगस्त को होने वाली कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगाकर जल्द शुरू कर दिया जाए. नवभारत साक्षरता कार्यक्रम (Navbharat Literacy Program) के जरिए शिवराज सरकार अगले पांच साल में 32 लाख 60 हजार लोगों को औपचारिक शिक्षा (Basic Literacy) देकर साक्षर बनाएगी. स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) के मुताबिक मार्च 2018 तक साक्षर भारत योजना के तहत 49 लाख 63 हजार से ज्यादा लोगों को साक्षर किया जा चुका है.
एमपी में सवा करोड़ Illiterate! पांच साल में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम से 32 लाख होंगे साक्षर
मध्यप्रदेश सरकार ने अगले पांच साल में 32 लाख से अधिक लोगों को बुनियादी शिक्षा मुहैया कराएगी, इसके लिए रोडमैप (Roadmap For 5 Years To Give Basic Education) भी तैयार कर लिया है. प्रदेश में करीब सवा करोड़ लोग अनपढ़ (1.25 Crores Illiterate in MP) हैं यानि जिन्हें शिक्षा का बुनियादी ज्ञान (Basic Education) भी नहीं है, सरकार नवभारत साक्षरता कार्यक्रम (Navbharat Literacy Program) के जरिए 32 लाख लोगों को साक्षर बनाएगी, बाकी को नई शिक्षा नीति (New Education Policy) के तहत साक्षर बनाया जाएगा.
इस वजह से Sex Education है जरुरी !
इसके अलावा प्रदेश के बाकी निरक्षरों को नई शिक्षा नीति (New Education Policy) के तहत साल 2030 तक साक्षर किया जाएगा. नवभारत साक्षरता कार्यक्रम (Navbharat Literacy Program) के तहत अक्षर साथी, साक्षरता कक्षाएं संचालित कर बुनियादी और कार्यात्मक साक्षरता प्रदान करने का काम किया जाएगा. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक प्रदेश में निरक्षरों की संख्या 1 करोड़ 74 लाख बताई गई है, जिनके लिए केंद्र सरकार साक्षरता कार्यक्रम (Education Program) चलाने (Navbharat Literacy Program) की योजना को स्वीकृति दे चुकी है, वर्ष 2021-22 के लिए सात करोड़ 41 लाख रुपए भी स्वीकृत किया है, इस कार्यक्रम के संचालन के लिए एक पोर्टल होगा, जिस पर बुनियादी साक्षरता (Basic Literacy) परीक्षा सहित हर कार्यक्रम से जुड़ी सभी जानकारियां उपलब्ध रहेंगी, जिसे 322 डाटा एंट्री ऑपरेटर मिलकर चलाएंगे, जिन्हें आउटसोर्स के जरिए रखा जाएगा.