भोपाल। कमलनाथ सरकार की मंत्री इमरती देवी द्वारा ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की मांग के बाद सिंधिया के दूसरे समर्थकों ने भी यहीं मांग तेज कर दी है. सिंधिया समर्थक आलाकमान से विधानसभा चुनाव की कमलनाथ और सिंधिया की जोड़ी दोहराने की बात कर रहे हैं और ऐसा नहीं करने पर पार्टी के पदों से इस्तीफे तक की धमकी दे रहे हैं.
सिंधिया समर्थक और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने एआईसीसी से मांग की है कि विधानसभा चुनाव की तरह सिंधिया और कमलनाथ की जोड़ी दोहराने से पार्टी को लाभ होगा. उन्होंने अपने ट्वीट में सीएम कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया टैग करते हुए लिखा है कि' इनकी जोड़ी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को अच्छे परिणाम दिए थे, अब समय है कि ये जोड़ी पुनः स्थापित की जाए, सिंधिया जी को PCC की कमान देकर.'
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी का ट्वीट
सिंधिया ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
सिंधिया समर्थक और भोपाल जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा घाड़गे ने एआईसीसी पर ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपेक्षा और प्रदेश से दूर रखने की कोशिश का आरोप लगाते हुए पद से इस्तीफा देने की बात की है. उन्होंने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्यप्रदेश में सही स्थान, सही नेतृत्व नहीं दिया गया तो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे, क्योंकि चाहे मध्य प्रदेश में हुए अटेर मुगावली और कोलारस के उपचुनाव की बात हो या फिर 2018 में विधानसभा के चुनाव, जिसमें ग्वालियर चंबल संभाग में लगभग 80 फीसदी सीटों पर कांग्रेस को विजय दिलाने की बात, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हमेशा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. लेकिन कुशल नेतृत्व द्वारा अभी तक सिंधिया को मध्यप्रदेश की राजनीति से दूर रखने का प्रयास किया जा रहा है. कृष्णा घाड़गे ने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व से मांग की है कि यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया को जल्द ही प्रदेश कांग्रेस की कमान नहीं सौंपी गई तो का अपना इस्तीफा पार्टी फोरम को सौंप देंगे.
भोपाल जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा घाड़गे ने की सिंधिया को अध्यक्ष बनाने की मांग
सोनिया गांधी के आईसीसी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चयन की कवायद तेज हो गई है. पिछले दिनों प्रभारी महासचिव दीपक बावरिया ने भी भोपाल आकर पदाधिकारियों से रायशुमारी की थी. माना जा रहा है कि जल्द से जल्द प्रदेश अध्यक्ष का नाम का एलान हो जाएगा. इसलिए सिंधिया समर्थकों ने पार्टी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है.