भोपाल। गायब हुई बच्चियों को खोजने के लिए पुलिस अब टाइमलिमिट में काम करेगी. इन मामलों की मॉनिटरिंग रेंज आईजी तक के अधिकारी करेंगे. प्रदेश से गायब हो रहीं बच्चियों की घटनाओं को देखते हुए इसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक कर निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि समीक्षा में सामने आया है कि 4 हजार बच्चियां अभी भी लापता हैं. सीएम ने छेड़खानी और महिला अपराध के हॉटस्पॉट इलाकों को चिन्हित कर कार्रवाई करने के पुलिस को निर्देश दिए हैं.
आईजी स्तर तक के अधिकारी करेंगे मॉनिटरिंग
मिंटो हॉल में आयोजित पुलिस विभाग के सम्मान समारोह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में बच्चियां गायब हैं. इसको लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक भी की गई है. बैठक में तय किया गया है कि अब ऐसे मामलों की आईजी स्तर तक के अधिकारी मॉनिटरिंग करेंगे. सीएम ने कहा अब बच्चे की गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचने वाले परिजनों की थाने में शिकायत दर्ज करने के साथ ही उन्हें टाइमलाइन बताएगी कि वे बच्चे को खोजने क्या-क्या कदम उठाएंगे.
30 दिन बाद एसडीओपी मामले की समीक्षा करेंगे और बच्चे के न मिलने पर पुलिस अधीक्षक द्वारा इसकी समीक्षा की जाएगी. पूरे मामले की रेंज आईजी द्वारा भी समीक्षा की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी महिला व बच्चों के लिए चल रही हेल्पलाइन का एकीकरण किया जाएगा. इसके अलावा सभी सार्वजनिक परिवहन बस, टेक्सी में पैनिक बटन लगाया जाएगा. मुसीबत के वक्त बच्चियां इस बटन को दबाकर मदद मांग सकेंगी.