भोपाल।वैश्विक महामारी ने पर्यावरण और प्राणवायु की महत्ता से जन-जन को परिचित कराया है. इस बात ने व्यक्ति को प्रकृति के और करीब ला दिया है. इस महामारी से सबक लेते हुए पौधारोपण को एक अभियान के तौर पर प्राथमिकता से पूर्ण गंभीरता से करें. यह निर्देश संभागायुक्त कविंद्र कियावत ने संभाग के सभी जिला एवं जनपद पंचायत सीईओ को वीसी (virtual conference) के माध्यम से दिए.
हर गांव - हर घर का अपना स्वयं का हो ऑक्सीजन प्लांट - संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत पौधरोपण केवल रस्म बनकर ना रहेकियावत ने कहा कि पौधरोपण केवल रस्मी तौर पर संख्यात्मक रिकॉर्ड भर बनकर न रह जाए. पौधरोपण को सफल बनाने के लिये गुणवत्तापूर्ण पौधरोपण करने की जरूरत है. इसके लिए अमले को पौधरोपण के लिये प्रशिक्षण दिया जाए. साथ ही पौधरोपण की तैयारियों का नियमित निरीक्षण कर सुनिश्चित करें कि सभी तैयारियां गुणवत्तापूर्ण हो. जनपद का मैदानी अमला गांवों का क्लस्टर बनाकर पौधरोपण के लिए उपयुक्त आकार के गड्ढे, मिट्टी, खाद, उपयुक्त लंबाई के पौधों के उपयोग को सुनिश्चित करें.
सार्वजनिक स्थलों पर हो पौधरोपणसंभागायुक्त ने कहा कि पौधे हमारी संस्कृति और पंरम्परा का अभिन्न अंग हैं. इनसे हमारे स्वास्थ्य से लेकर जीवन का हर पक्ष प्रभावित होता है. प्रकृति की सुरक्षा ही मानवता की सुरक्षा है. हर गांव की चौपाल या उपयुक्त सार्वजनिक स्थानों को हरा भरा बनाना है.
World Food Safety Day! जानें, भोपाल के लोग Food Safety को लेकर कितने हैं सजगहर घर वृक्ष अभियानहर घर में पौधे लगाने के लिए जुलाई माह में हर घर वृक्ष अभियान चलाया जाएगा. हर गांव के प्रत्येक घर में वृक्ष लगाने के लिए शासकीय मैदानी अमला ग्रामीणों को प्रेरित करें. संभागायुक्त ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के लिए बनाई गई विलेज क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को, पौधरोपण के लिए उपयोग करें. गांव के स्कूल, आंगनवाड़ी सहित अन्य शासकीय संस्थाओं में फलदार छायादार पौधों का रोपण कराएं. इसकी शुरुआत शासकीय अमला स्वयं अपने घर में पौधरोपण करके करें. गांव के गणमान्य नागरिकों, धार्मिक प्रमुखों, आशा कार्यकर्ताओं, कृषक दीदी, स्व सहायता समूह की महिलाओं सहित अन्य लोगों को इस अभियान से जोड़कर इसे जन-जन का अभियान बनाएं.