भोपाल।सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए मध्य प्रदेश की Madhya Pradesh Nurses Association एक बार फिर काम बंद कर हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं. बुधवार को सुबह से ही यह सभी नर्से काम बंद कर सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे. उनका कहना है कि सरकार ने उनकी मांगों को लेकर 30 तारीख तक का आश्वासन दिया था. लेकिन समय अवधि खत्म होने के बाद भी सरकार अभी तक मांगें पूरी नहीं कर पाई है. ऐसे में यह एक बार फिर आंदोलन की राह पर है.
- सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
दरअसल 10 जून जुनियर डॉक्टर के बाद मध्य प्रदेश नर्सेज एसोसिएशन ने सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था. चिकित्सा शिक्षा मंत्री से मिले आश्वासन के बाद उन्होंने अपना आंदोलन और हड़ताल वापस ले ली थी. लेकिन लगता है एक बार फिर यह आंदोलन होने जा रहा है. Nurses Association ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए एक बार फिर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. बुधवार से यह सभी नर्सेज काम बंद कर हड़ताल करेंगे. नर्सों का कहना है कि सरकार ने 30 जून तक मांगों के संबंध में आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक उन्हें कोई लिखित में आदेश नहीं मिला है. ऐसे में अभी फिर से हड़ताल पर जा रही हो हैं.
- प्रदेश की नर्सों को अन्य राज्यों की नर्सों से कम मिलती है सुविधा
नर्सेज एसोसिएशन का कहना है कि हम पिछले कई वर्षों से लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन सरकार के कानों में अभी तक कोई जू नहीं रेंगी. नर्सेस कोविड में भी लगातार काम करते हुए संक्रमित हुई है. कई के परिवार में लोगों की मृत्यु हो चुकी है, लेकिन सरकार बावजूद इसके इनके प्रति संवेदनशील नहीं है. अन्य राज्यों में नर्सेज को नर्सिंग ऑफिसर के पद पर माना जाता है. उन्हें grade-2 की सुविधा दी जाती है. लेकिन मध्य प्रदेश में अभी भी स्टाफ नर्स का मानदेय दिया जाता है. वहीं रात में ड्यूटी करने के दौरान भी इनका अलाउंस अन्य राज्यों के मुकाबले कम है.