भोपाल। देश में बेगारी प्रथा को समाप्त करने और नई पेंशन योजना बंद कर पुरानी पेंशन योजना लागू करने जैसी कई मांगों को लेकर 8 जनवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की जा रही है. इस हड़ताल को मध्यप्रदेश में भी खासा समर्थन मिल रहा है. कर्मचारी संगठन राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल होकर कर्मचारियों की मांग पुरजोर तरीके से उठाने की तैयारी कर रहे हैं.
8 जनवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल, इन मांगों को लेकर सड़क पर उतरेंगे कर्मचारी
अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के नेतृत्व में प्रदेश के लाखों कर्मचारी 8 जनवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल होंगे.
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओपी कटियार एवं महामंत्री लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 8 जनवरी को हो रही है.देशव्यापी हड़ताल में मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि भी सम्मिलित होंगे. राष्ट्रीय स्तर पर कर्मचारियों की मांगों जैसे बेगारी प्रथा समाप्त करने, राष्ट्रीय वेतन नीति बनाने, संविदा कर्मचारियों को नियमित करने, आउटसोर्सिंग प्रथा बंद करने, पुरानी पेंशन प्रणाली लागू करने जैसे मुद्दों को लेकर राष्ट्रव्यापी हड़ताल की जा रही है.
ये हैं मुख्य मांगें
ये हड़ताल मुख्य रूप से नई पेंशन योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू करने, ठेकेदारी प्रथा समाप्त करने, जीएसटी नियमों का सरलीकरण, महंगाई रोकने और कर्मचारियों के भत्ते के साथ पूरे देश में एक समान वेतन वृद्धि को लेकर की जा रही है. मध्यप्रदेश में भी अन्य श्रमिक संगठनों के साथ मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ भी इसमें शामिल होगा.