भोपाल। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के चिंकी बैराज और सांवेर माइक्रो इरीगेशन प्रोजेक्ट के टेंडर को लेकर ईटीवी भारत के खुलासे पर एनवीडीए की मुहर लग गई है. इन दोनों विवादास्पद परियोजनाओं के संबंध में ईटीवी ने दावा किया था कि नए टेंडर 4 से 6 फीसदी ब्लो पर अवार्ड होंगे. जब फाइनेंशियल बिड ओपन हुई तब ईटीवी भारत की बात सच निकली. दोनों परियोजनाओं की बिड क्रमशः 5.1 और 5.8 प्रतिशत ब्लो पर खुली हैं. पूर्व में यह निविदाएं हमारी खबर के बाद एक बार निरस्त होने के बाद पुनः बुलाई गई थी.
उधर इन टेंडरों की प्रक्रिया में एक नया पेंच सामने आया है, जो कुछ नए इशाारे करता है. एनवीडीए की अधिकृृत वेबसाइट पर अपलोड दस्तावेज के मुताबिक 27 अक्टूबर को 30 मिनिट में दोनों परियोजनाओं के टेंडर डाॅक्युमेंट अपलोड होकर मूल्यांकित भी हो गए और टेक्नीकल और फाइनेंशियल बिड की औपचारिकता पूरी हो गई.
इनमें उस विवादास्पद कंपनी को भी चुन लिया गया है, जिसके दो विवाद पहले से ही नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के खिलाफ चल रहे हैं. इस बारे में एनवीडीए के सदस्य से जब पूछा तो उनका जवाब था कि हम कम्प्यूटर की तकनीक को नहीं जानते. विवादस्पद कंपनी को क्यों चुना? इस बारे में मेरे पास कोई जवाब नहीं है.
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ईटीवी की खबर पर लगी मुहर
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा सांवेर माइक्रो इरीगेशन स्कीम और चिंकी बोरास माइक्रो इरीगेशन के दोनों प्रोजेक्ट के लिए 13 और 14 अक्टूबर को टेंडर डाॅक्युमेंट सब्मिट किए थे. ईटीवी भारत ने 15 अक्टूबर को प्रकाशित अपनी खबर में दावा किया था कि इन दोनों टेंडर में तीन कंपनियां मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रस्ट्रक्चर लिमिटेड, आरवीआर प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड और तीसरी भागीदार के रूप में एलएनटी लिमिटेड मुंबई ही भाग लेगी. साथ ही इस बार 4 से 6 फीसदी कम पर यह टेंडर जाएंगे. फाइनेंशियल बिड खुलने के बाद ईटीवी भारत की खबर पर मुहर लग गई.
- नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के सांवेर माइक्रो इरीगेशन प्रोजेक्ट खरगोन का प्रोजेक्ट में एल-1 हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्राटेक्चर लिमिटेड आई है. इसकी बिड 5.8 ब्लो पर खुली है. इस परियोजना की लागत 2959.29 करोड़ रुपए है.
- नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के चिंकी बोरस माइक्रो इरीगेशन प्रोजेक्ट में आरवीआर प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड एल-1 आई है. इसकी बिड 5.01 ब्लो पर ओपन हुई है. इस परियोजना की लागत 5434.79 करोड़ रुपए है.
- जबकि एलएंडटी ने एक टेंडर में 1 फीसदी ब्लो और दूसरे में 4.42 बढ़ी हुई दरों के साथ तीसरे स्थान पर रही। 15 अक्टूबर को प्रकाशित खबर मंे ई टीवी भारत ने दावा किया था कि इन दोनों टेंडर में एनएंडटी सिर्फ तीसरी भागीदार की भूमिका में रहेगी.
7 मिनिट में फाइनेंशियल बिड हो गई फाइनल