भोपाल। भोपाल नगर निगम को दो हिस्सों में बांटने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने इंदौर-जबलपुर नगर निगम को भी दो हिस्सों में बांटने की मांग कर दी. जिस पर नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने सहमति भी जता दी. अब इस मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी ने इस फैसले का खुलकर विरोध किया है, जबकि कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी हमेशा विकास विरोधी रही है. उनका दावा है कि छोटे-छोटे निकाय बनाए जाने से तेजी से विकास होगा.
निगम के बंटवारे पर सियासी बवाल, बीजेपी-कांग्रेस ने एक दूसरे पर लगाया ये आरोप
भोपाल के बाद इंदौर-जबलपुर नगर निगम को दो भागों में बांटने के सुझाव और उस पर विभागीय मंत्री के समर्थन पर सियासत गरमा गई है.
बीजेपी प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया का कहना है कि कांग्रेस राजनीतिक कुंठा से ग्रस्त है. हमेशा से कांग्रेस की यही नीति रही है कि 'बांटो और राज करो'. इसी के तहत प्रदेश में भी इस तरह का फरमान जारी किया है. इसी तरह राजस्थान में भी जितनी भी बड़ी-बड़ी नगरपालिका थी, उनको बांटने का काम किया है.
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता जितेंद्र मिश्रा का कहना है कि बीजेपी नेता विकास की हर योजना का विरोध करते हैं. वे नहीं चाहते है कि भोपाल नगर निगम दो भागों में विभाजित हो और उसका विकास बड़ी तेजी से हो. उन्होंने कहा कि राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी सुझाव दिया है. जिस पर नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने भी संज्ञान लिया है. उनका मानना है कि जितने छोटे-छोटे निकाय बनेंगे, उतनी तेजी से विकास होगा.