भोपाल। लॉक डाउन के बाद मध्यप्रदेश वापस लौटे मजदूरों में 12 हजार से ज्यादा ऐसे लोग हैं, जो दूसरे राज्य में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम करते थे. वहीं करीब 37 हज़ार मजदूर टाइल्स निर्माण से जुड़े हुए थे. इसका खुलासा राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण स्तर पर कराए गए सर्वे से हुआ है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर मध्यप्रदेश लौटे प्रवासी मजदूरों के बीच यह सर्वे 27 मई से 6 जून के बीच में कराया गया. श्रमिकों के हुनर के हिसाब से उनका पूरा डेटाबेस तैयार किया गया है जिसे रोजगार सेतु पोर्टल से जोड़ा जा रहा है.
किस-किस राज्य से प्रदेश लौटे प्रवासी मजदूर
लॉक डाउन के बाद दूसरे राज्यों से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर मध्यप्रदेश लौटे हैं. ऐसे वापस लौटने वाले श्रमिकों की संख्या करीब 13 लाख है. इनमें सबसे ज्यादा श्रमिक एक लाख 94 हजार महाराष्ट्र से लौटे हैं. वहीं गुजरात से 1 लाख 76 हजार 458 मजदूर मध्यप्रदेश वापस लौटे हैं. इसी तरह राजस्थान से 78 हजार, हरियाणा से 51 हजार, दिल्ली से 57 हजार, उत्तर प्रदेश के 43 हजार मजदूर मध्यप्रदेश आए हैं. वापस लौटने वाले श्रमिकों में सबसे ज्यादा बालाघाट जिले के हैं, यहां 57 हजार 817 श्रमिक वापस आए हैं. वहीं बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में 48 हज़ार 862, टीकमगढ़ में 24,365, पन्ना में 26 हजार 991 मुरैना में 47 हज़ार, सिवनी जिले में 25 हजार 806 श्रमिक वापस आए हैं.