चुनाव में हार के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव, जीतू पटवारी बने नए पीसीसी चीफ, उमंग सिंघार नेता प्रतिपक्ष - Umang Singhar connection with controversies
MP Congress News: मध्य प्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव हुआ है. पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है. वहीं उमंग सिंघार नेता प्रतिपक्ष बनाए गए, जबकि हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है.
भोपाल।मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पीसीसी चीफ को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है. आलाकमान ने पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है. वहीं पूर्व मंत्री और धार जिले के गंधवानी से विधायक उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है. बता दें कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद माना जा रहा था कि कमलनाथ की जगह किसी नए नेता को पीसीसी चीफ की कमान सौंपी जा सकती है. और आज शनिवार देर शाम को जीतू पटवारी के नाम पर मुहर लग गई है.
हार के बावजूद जीतू पटवारी पर जताया भरोसा:बता दें कि जीतू पटवारी इंदौर जिले की राऊ विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे. लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था. 50 वर्षीय पटवारी को भाजपा के मधु वर्मा ने 35,000 से अधिक मतों के बड़े अंतर से हराया था. हार के बावजूद आलाकमान ने पटवारी पर भरोसा जताया है. उन्हें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है. बता दें कि मध्य प्रदेश में हार के लिए कमलनाथ को जिम्मेदार माना जा रहा था. तभी से अटकलें चल रही थीं कि इस बार पार्टी किसी अन्य नेता को अपना अध्यक्ष बनाएगी.
भाजपा के लिए पटवारी बने हैं मुसीबत: कमलनाथ की सरकार में मंत्री रहे जीतू पटवारी सदन से लेकर सड़क तक शिवराज सरकार की नाक में दम करते रहे हैं. कई मौकों पर उन्होंने अपनी भूमिका निभाते हुए जनता के लिए काम किए हैं, जिसका नतीजा यह है कि उनकी सीनियर नेताओं की नजरों में अच्छी छविं बनी हुई है. जीतू पटवारी को कांग्रेस में बड़ी जवाबदारी देते हुए मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कैम्पेन कमेटी का उपाध्यक्ष भी बनाया गया था. कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा में भी वह सक्रिय रहे और जहां भी उनकी सभा होती थी वहीं भीड़ जुटा लेते थे.
उमंग सिंघार का विवादों से नाता:धार जिले के गंधवानी से विधायक उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है. उमंग सिंघार 15 महीने की कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे हैं. उमंग सिंघार आदिवासी समाज से आते हैं. वह पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस की कद्दावर महिला नेता जमुना देवी के भतीजे हैं. इस सीट पर कांग्रेस की खासी पकड़ मानी जाती है. अब तक हुए 4 विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस का ही परचम लहराया गया है. उमंग सिंघार का विवादों से भी पुराना नाता रहा है. जुलाई 2020 में बदनावर क्षेत्र में धारा 144 लगी होने के बावजूद बिना अनुमति उन्होंने कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसको लेकर उनके खिलाफ थाने में केस दर्ज हुआ था. वहीं उनकी पत्नी ने उन पर रेप और प्रताड़ना का आरोप लगाया था. इसके अलावा वह अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहे हैं.