भोपाल।कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में 2 दिन आईपीएस सर्विस मीट का शुभारंभ हुआ. इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मैं जब नया-नया मुख्यमंत्री बना था, तो उस समय मध्यप्रदेश में डकैतों का आतंक था. मैंने सरबजीत सिंह और विजय यादव को इनकी जिम्मेदारी दी. सालभर भी नहीं लगा और डकैतों के गिरोह समाप्त हो गए और फिर पनप भी नहीं पाए. मुझे गर्व है अपनी पुलिस और हॉक फोर्स पर. इन्हें टास्क दिया और तत्काल परिणाम प्राप्त होता है. इनके सीने पर मेडल लगाते हुए मुझे कितना गर्व होता है, यह शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता हूं.
माफिया की तोड़ दी कमर:सीएम ने कहा कि, भूमाफियाओं, गुंडे, बदमाशों से हमने 23 हजार एकड़ जमीनें मुक्त कराई और अब इसे गरीबों में बांट रहे हैं. बुलडोजर पहुंच जाता है, तो कई माफिया तो ऐसे ही आत्मसमर्पण कर देते हैं कि घर मत तोड़ो. आप लीडर हैं और लीडर के नाते अपने फोर्स के आदर्श हैं. इसलिए आपसे एक तरफ जहां आपके कर्तव्यों की पूर्ति, तो वहीं दूसरी ओर अपने जवानों की तकलीफों का संवेदना के साथ ध्यान कैसे रख सकते हैं, इसकी भी अपेक्षा है.
ड्यूटी के साथ परिवार का दें ध्यान:सीएम बोले एक मित्र के नाते मैं आपसे कहना चाहता हूं कि, कई बार काम की व्यस्तता में आप अपने बच्चों का ध्यान नहीं रख पाते हैं. मैं ऐसे साथियों से आग्रह करना चाहता हूं कि आप बच्चों के लिए समय निकालें, स्नेह दें. कई बार एकाकी जीवन जीने वाले बच्चे बिगड़ जाते हैं. ड्यूटी का निर्वहन करते हुए अपने पारिवारिक दायित्वों से मुंह ना मोड़ें. पारिवारिक जीवन की प्रसन्नता सार्वजनिक जीवन में आपके प्रदर्शन को कई गुना बेहतर बना देती है. देश तथा जनसेवा के लिए जरूरी है आनंद से जीवन गुजारिए.